लेबनान की राजधानी बेरुत में मंगलवार की शाम को अचानक एक धमाका हुआ। इस धमाके ने बेरुत को हिला कर रख दिया। लेबलान के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस धमाके में 78 लोगों ने अपनी जान गंवा दी जबकि 3700 लोग इस धमाके से घायल हो गए। यह भी कहा जा रहा है कि इस धमाके से लगभग 10 किलोमीटर तक के घरों को नुकसान हुआ है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार वहां की रहने वाली रानिया मसली ने बताया, “विस्फोट इतना तेज था कि हमारे घर की खिड़कियां टूट गई हमने सोचा कि भूकंप है।” इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा इस धमाके की आवाज पूरे देश ने सुनी। हमें एयर स्ट्राइक या जहाज को विस्फोटक से उड़ाने का भी शक है। यह धमाका जानबूझकर भी किया जा सकता है या इसकी वजह कुछ और भी हो सकती है।
इस धमाके के बाद पूरा विश्व बंधुत्व की ओर बढ़ रहा है। इस कठिन समय में बहुत सारे देशों ने लेबलान की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने कहा है कि अमेरिका लेबनान की हर तरह से मदद करने के लिए तैयार है। वही सऊदी अरब ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। डेली मेल के अनुसार हसन दिआब ने बुधवार को शोक का दिन घोषित किया है। राष्ट्रपति माइकल इयोन ने तत्काल डिफेंस काउंसिल की बैठक बुलाई है। बेरूत में धमाके के बाद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। वहीं, भारतीय एंबेसी ने बेरूत में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
2 big explosions heard in Central Beirut this evening. Everyone is advised to stay calm. Any Indian community member in need of any help, may contact our Help Line. @MEAIndia @SecySanjay pic.twitter.com/xWlgU8WdNB
— India in Lebanon (@IndiaInLebanon) August 4, 2020
अधिकारियों का कहना है कि एक गोदाम में भारी विस्फोटक सामग्री स्टोर थी और वहीं धमाका हुआ है। राष्ट्रपति माइकल इयोन ने ट्वीट कर कहा है कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि 2,750 टन विस्फोटक नाइट्रेट असुरक्षित तरीक़े से स्टोर कर रखा गया था। धमाका कैसे हुआ इसकी जाँच अभी जारी है।