टोक्यो ओलंपिक में भारत रेसलर विनेश फोगाट के प्रदर्शन से मायूस हुआ है। 53 किलो भार वर्ग में वर्ल्ड नंबर-1 विनेश फोगाट टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने की सबसे प्रबल दावेदार थीं। विनेश को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में बेलारूस की Vanesa kaladzinskyaya के हाथों 3-9 से हार मिली। विनेश के इस प्रदर्शन से उनके चाचा महावीर सिंह फोगाट भी निराश हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने विनेश की आज तक इतनी खराब फाइट नहीं देखी। ऐसा लगा कि उसने ज्यादा कोशिश नहीं की। इससे घटिया फाइट नहीं देखी।’ आपको बता दें कि चाचा महावीर ने ही विनेश को बचपन से इस खेल में माहिर बनाया था।
विनेश फोगाट ने टोक्यो ओलंपिक के शुरुआत में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतवासियों का दिल जीत लिया था। उन्होंने अपने पहले मुकाबले में स्वीडन की पहलवान सोफिया मैटसन को 7-1 से शिकस्त दी थी। सोफिया मैटसन रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकी थीं, लेकिन विनेश ने उन्हें 7-1 आसानी से शिकस्त देकर महिलाओं के 53 किलो भारवर्ग के मुकाबले में क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया था। विनेश ने प्री-क्वार्टर में अपने इस प्रदर्शन से ये उम्मीदें बांध दी थी कि वह गोल्ड नहीं तो कम से कम सिल्वर तो जीत ही जाएंगी। लेकिन क्वार्टर फाइनल में देशवासियों की उंगली में तार तार हो गईं। विनेश को अब कांस्य पदक के लिए भी दूसरी रेसलर की जीत पर निर्भर रहना पड़ रहा है।