अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के शक्तिशाली कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को अमेरिकी हवाई हमले में मार दिए जाने की पुष्टि की है। अमेरिका के इस कदम से खाड़ी क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया है।
पेंटागन ने इराक में सुलेमानी की मौत को लेकर कहा कि “विदेश में अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रक्षात्मक कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सेना ने राष्ट्रपति के निर्देश पर ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर-कुद्स फोर्स के प्रमुख कासिम सुलेमानी को मार गिराया। इस संगठन को अमेरिका ने प्रतिबंधित विदेशी आतंकवादी संगठन की सूची में डाल रखा है।”
सुलेमानी की मौत के बाद राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कोई ख़ास प्रतिक्रिया नहीं दी। जबकि ट्रंप के इस फैसले का उनकी पूर्व कैबिनेट सहयोगी एवं संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका दूत भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक निक्की हेली ने समर्थन किया है।
निक्की हेली ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘‘कासिम सुलेमानी एक कट्टर आतंकवादी था, जिसके हाथ अमेरिकी नागरिकों के खून से रंगे हैं। उसकी मौत पर उन सभी को प्रशंसा सराहना करनी चाहिए जो शांति और न्याय चाहते हैं। ऐसा मजबूत और सही कदम उठाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप पर गर्व है।”
वहीं सुलेमानी की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान ने कहा है कि वो अमेरिका से इसका बदला लेंगे। ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने पश्चिम एशिया में ईरान के सहयोगी देशों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि ईरान और क्षेत्र के अन्य तीन देश अपराधी अमेरिका से इस क्रूर अपराध का बदला लेंगे।”