देशभर में कोरोना वैक्सिनेशन का कार्यक्रम चल रहा है। वहीं कोरोना की वैक्सीन पर राजनीति भी चल रही है। कांग्रेस समेत अधिकतर विपक्षी दल कोरोना की वैक्सीन का विरोध कर रहे हैं। वहीं देश भर से कोरोना की वैक्सीन को समर्थन मिल रहा है। इसी बीच खबर आ रही है कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्विटर पर एक फोटो शेयर किया है। इस फोटो में एक महिला स्वास्थ्य कर्मी एक पत्र लेकर खड़ी हुई है, बताया जा रहा है इस महिला को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है। कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि देश भर में तीन करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के द्वारा फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है। इसीलिए पश्चिम बंगाल में भी पीएम मोदी के द्वारा ही फ्री वैक्सीन भेजी गई है, लेकिन ममता बनर्जी इसका श्रेय लेने का प्रयास कर रही हैं।
बेशर्मी तेरा आशरा !!!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 16, 2021
मोदीजी ने देशभर में 3 करोड़ लोगों को फ्री वैक्सीन भेजी है, उसी योजना के अंतर्गत WB में भी फ्री वैक्सीन लगाई जा रही है।
मगर ममताजी अपनी फोटो वाले पत्र में कह रही है कि वैक्सीन उन्होंने भेजी है।
इससे बड़ा सफ़ेद झूठ नहीं हो सकता।
ये बेशर्मी की हद है! pic.twitter.com/AvNnS2P6ez
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और भारतीय जनता पार्टी के लिए यह सबसे बड़ी परीक्षा का समय साबित हो रहा है। पिछले पांच-छह सालों के परिश्रम के बाद अब पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में आ चुकी है। तृणमूल कांग्रेस के कई कद्दावर नेता भारतीय जनता पार्टी का भगवा चोला ओढ़कर भाजपा के नेता बन चुके हैं। पश्चिम बंगाल में 2021 में 294 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं। लगातार ममता बनर्जी के कार्यकाल में जिस प्रकार हिंदुओं पर अत्याचार हुए हैं वह किसी से भी नहीं छुपे हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बना बना कर उनकी हत्यायें की गई हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि अब पश्चिम बंगाल में किसकी वजह होगी और किस के सर पर पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का ताज सजेगा?