आपने बहुत सारे नेताओं और अभिनेताओं के बारे में ऐसा सुना होगा कि फिर सत्ता पाने के बाद अपने घर अपने गांव के विकास में लग जाते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने वाले हैं जो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इतनी ज्यादा प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने गांव को एक आदर्श गांव बना दिया। आपको बता दें कि भिवानी जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव सुई लगभग 300 साल पहले बसा था। गांव बसने के बाद अनेक परिवार व्यापार के लिए बाहर आते-जाते थे। उसी कड़ी में श्रीकृष्ण जिंदल अपने परिवार के मुंबई चले गए थे। वहां पर रसायनों का काम किया। लेकिन जिंदगी के सफर के बावजूद वे अपने गांव को कभी नहीं भूले।
पीएम मोदी की योजना से प्रभावित हुए श्री कृष्ण जिंदल
2015 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदर्श गांव योजना की शुरुआत की। जिसके माध्यम से कहा गया कि सभी सांसद 1-1 गांव को गोद लेंगे और उसके विकास में सहायता करेंगे। इसी योजना के तहत विक्की जिंदल ने अपने गांव सुई को गोद ले लिया। और इसके विकास में लग गए। कुछ समय पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी इस गांव में आए थे और कई योजनाओं की सौगात देकर गए थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की इन योजनाओं की सौगात सुन श्री कृष्ण ने भी ऐलान किया था कि वे अपने गांव में 100 करोड रुपए और लगाकर इस गांव को और विकसित करेंगे।
आइए जानते हैं इस गांव की विशेषताओं के बारे में
- किसी भी राज महल की तरह इस गांव में प्रवेश एंट्री के चार गेट हैं।
- सूई-बलियाली रोड पर नौ एकड़ में झील और पार्क का निर्माण किया गया है। इसमें दो एकड़ में झील बनी है जिसमें चार नाव भी हैैं। गांव के लोग और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग नावों का आनंद उठाते हैं।
- यहाँ गांव में रेस्ट हाउस, पार्क का निर्माण भी किया गया है। पुराने पेड़ों को बखूबी खड़ा रखा गया है ताकि उनकी खूबसूरती से पार्क दमकता रहे।
- गांव में चार पार्क बने हैैं। दो पार्क तो ऐसे हैैं जहां पहले गांव के लोग गंदगी फेंकते थे। लेकिन अब इन पार्कों की सुंदरता देखने लायक है।
- गांव में बने सीनियर सेकेंडरी स्कूल को भी श्रीकृष्ण जिंदल की तरफ से अच्छी तरह से निर्मित करा दिया है। अब ये स्कूल किसी भी शहरी स्कूल से कम नहीं दिखाई देते हैं। आपको बता दें कि इस स्कूल को सुधारने के लिए एक या 2 लाख रूपये नहीं बल्कि इस पर करीब दो करोड़ की राशि खर्च की गयी है।
- सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 10 कमरे बनवाए गए हैं। इसके अलावा एक कंप्यूटर लैब, साइंस लैब और पुस्तकालय का निर्माण भी कराया गया है।
- ऐसा बताया जाता है कि गांव की अधिकांश गलियां भी पक्की हो चुकी हैैं हैं। गांव में सफाई कर्मचारी तैनात करने के साथ ट्रैक्टर और डंपर दिए गए जिससे गांव में स्वच्छता बनी रहेगी।