नई दिल्ली | ज़ाकिर नाइक को भारत को सौंपने को लेकर शुरू में मलेशिया द्वारा अच्छे संकेत मिले थे। लेकिन मलेशिया ने अब इस मसले पर यू टर्न ले लिया है। ऐसे में जाकिर नाइक (Zakir Naik) को भारत वापस लाना टेढ़ी खीर माना रहा है।
कश्मीर में धारा 370 के बाद अब नागरिकता कानून (CAA) लागू होने के कारण मलेशिया का रुख बदला हुआ नज़र आ रहा है। उसके इस रुख से जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर चल रही बातचीत अधर में अटक गई है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान और तुर्की जैस देशों के दबाव में मलेशिया ने अपना रुख पूरी तरह से बदल लिया है। वहीं भारत ने कूटनीतिक तौर पर मलेशिया से अपनी चिंता को जाहिर किया है। मलेशिया को संदेश दिया गया है कि उसका रुख दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों को प्रभावित कर सकता है। इस पर मलेशिया की तरफ़ से कोई सकारात्मक ज़वाब नही आया है।
भारत द्वारा मलेशिया सरकार को नाइक (Zakir Naik) के खिलाफ सभी जरूरी सबूत दिए गए हैं। निश्चित प्रक्रिया के तहत अनुरोध भी किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस मामले को मलेशिया सरकार के सामने उठाया था। एक अधिकारी ने कहा कि मलेशिया का रुख फिलहाल निराश करने वाला है लेकिन कूटनीति में पूर्णविराम नहीं होता और सरकार नाइक को वापस लाने की कोशिश जारी रखेगी। नाइक को भारत वापस लाने की कोशिश लगातार की जा रही है।