भारत की आस्थाये बहुत मजबूत हैं और लाखों करोड़ों लोग यहां ईश्वरीय सत्ता में विश्वास करते हैं। लेकिन कहीं-कहीं ऐसा देखा जाता है कि शिक्षा की कमी के कारण लोग अंधविश्वास का शिकार होते जा रहे हैं। अशिक्षा के कारण वेदों पुराणों में लिखी गई बातों को समझे बिना लोग उसका पालन करने लगते हैं और कुछ समय बाद, वह कुरीति में बदल जाती है। भगवान को बलि देने की परंपरा बहुत सारे स्थानों पर आज भी प्रचलित है और उनका अपना एक अलग महत्व रहा है। लेकिन वर्तमान में उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक ऐसी खबर आ रही है। जिसमें एक व्यक्ति ने मंदिर में अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी, जब यह पूरा मामला हुआ तो मंदिर में हड़कंप मच गया।
बबेरू कोतवाली के एसएचओ जयश्याम शुक्ला ने बताया कि भाटी गांव में आत्मा राम नाम के 32 साल के शख्स ने शनिवार सुबह खेरापति के मंदिर में पूजा करने के पश्चात अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी। इस घटना के बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। उस व्यक्ति को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पिता ने पुलिस को बताया है कि उनका बेटा मानसिक रूप से बीमार है। वह नवरात्रि में 9 दिन से उपवास पर था। पुलिस के मुताबिक शख्स के पिता ने दावा किया है कि उनके बेटे ने किसी के बहकावे में आकर ऐसा किया होगा।