इस्लामाबाद | कोरोना से लड़ने के लिए पाकिस्तान ने IMF यानी कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से आर्थिक मदद की गुहार लगाई हैं। जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर का ऋण देने पर विचार कर रहा हैं। कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव के चलते समूची दुनिया आर्थिक मंदी का सामना कर रही है। वहीं पाकिस्तान की आर्थिक हालत तो और ही ज्यादा खराब नज़र आ रही है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 16 अप्रैल को अपनी कार्यकारी बोर्ड की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ावा देने और देश में आर्थिक मंदी से उबरने के लिए अतिरिक्त ऋण पर विचार किया जाएगा। पाकिस्तान में आईएमएफ रेजिडेंट रिप्रेजेंटेटिव टेरेसा डाबन सांचेज ने कहा कि पाकिस्तान के अनुरोध के बाद से हम लोग पाक अधिकारियों के साथ इस पर काम कर रहे हैं। सांचेज ने कहा कि आइएमएफ वित्त मंत्रालय के साथ काम कर रहा था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पाकिस्तान की इस मुश्किल घड़ी में मदद की जा सके।
इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश की गिरती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए दुनिया के विकसित मुल्कों से भी मदद की गुहार लगाई है। इमरान ने कहा कि विकसित मुल्कों को पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने मदद के लिए वैश्विक पहल की अपील की है।