असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को न्यूज चैनल times now में असम-मिजोरम सीमा विवाद, गोहत्या और अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के अलावा कई अहम मुद्दों पर विचार रखे। मुख्यमंत्री ने कहा, “अवैध बांग्लादेशी प्रवासी यानी मुस्लिम, जिन्होंने हमें चुनाव में एक भी वोट नहीं दिया। उन अवैध बांग्लादेशी मुसलमानों को निकालना है। मैं हर एक बूथ पर गया, मुझे पता है कि एक भी मुस्लिम वोटर ने बीजेपी को एक भी वोट नहीं दिया। ऐसे में बीजेपी पर आरोप लगाया जाता है कि वह वोट पाने के लिए असम में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को संरक्षण देती है। तो NRC और CAA को लेकर आप क्या कहेंगे? ये आरोप निराधार हैं। अवैध बांग्लादेशी मुसलमान असम में चिंता का विषय है, हमें इस पर एक्शन लेना ही होगा।”
MEGA #Exclusive | Our primary aim is to expel all the illegal #Bangladeshi immigrants: @himantabiswa, Assam CM, tells TIMES NOW’s Megha Prasad. pic.twitter.com/nLHnusyqnu
— TIMES NOW (@TimesNow) August 10, 2021
सीएम ने कहा कि असम-मिजोरम सीमा विवाद कॉन्ग्रेस की देन है। उनकी गलतियों के कारण यह आज और बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह कभी नहीं चाहती थी कि नॉर्थ ईस्ट एक रहे। उन्होंने आगे कहा कि सीमा विवाद को तत्काल हल नहीं किया जा सकता है। दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद का ये मामला दशकों पुराना और काफी जटिल है। ऐसे में इसका हल एक रात में नहीं निकाला जा सकता। इसके लिए समय लगेगा।
MEGA #Exclusive | The entire #Assam–#Mizoram border dispute has risen because of Congress legacy error. #Congress never wanted North East to remain united: @himantabiswa, Assam CM, tells Megha Prasad. pic.twitter.com/el1udsKMLr
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सीएम ने कहा कि विवाद की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने मुझसे बात की थी कि उन्हें यह सब देखकर बहुत पीड़ा होती है। प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा था कि पूर्वोत्तर को एकजुट होना चाहिए। ऐसे विवाद पूरे देश के लिए शर्मनाक हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी असम-मिजोरम सीमा विवाद को राष्ट्रीय मुद्दा मानते हैं। वह इसे हल करने के लिए कोई भी पहल करने के लिए तैयार हैं।
MEGA #Exclusive | #Assam–#Mizoram border dispute can not be solved immediately. It is going to be a long process: @himantabiswa, Assam CM, tells TIMES NOW’s Megha Prasad. pic.twitter.com/ZS4A6oBHGS
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उन्होंने कहा कि असम सर्वोच्च न्यायालय या केंद्र सरकार के किसी भी सुझाव को मानने के लिए तैयार है, भले ही वह वन क्षेत्र को अभी जैसा ही बनाए रखने के लिए हो। यह राजनीतिक दलों से परे है। यहाँ तक कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनी कमेटियाँ भी इस मसले का समाधान नहीं कर पाईं। मैं असम-मिजोरम सीमा विवाद के संबंध में किसी भी न्यायिक जाँच का सामना करने के लिए तैयार हूँ। मिजोरम के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं। सीएम ने कहा कि औपनिवेशिक शासन ने असम-मिजोरम सीमा विवाद की नींव रखी और आजादी के बाद यह विवाद बढ़ा है। गृह मंत्री अमित शाह का असम-मिजोरम दौरा इस मसले के समाधान की शुरुआत है।
MEGA #EXCLUSIVE | PM #Modi spoke to me right at the beginning of the dispute. He is extremely pained. He told the North East should be united. Such disputes are painful for the entire nation: @himantabiswa, #Assam CM, tells Megha Prasad. pic.twitter.com/TLEMivWWos
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