टीम इंडिया इस समय तीन मैचों की वनडे सीरीज समेत तीन मैचों की टी-20 और चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर है। 2020 में भारत का यह पहला विदेशी दौरा है। हालांकि टीम इंडिया की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में कुछ खास नहीं रही। 27 नवंबर को खेले गए पहले वनडे मुकाबले को गवाने के बाद भारत ने रविवार को खेला गया दूसरा एकदिवसीय मुकाबला 51 रनों से गंवा दिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने 2-0 से इस श्रृंखला में बढ़त बनाकर 3 मैचों की वनडे सीरीज पर कब्ज़ा कर लिया है। अब इस सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला 2 दिसंबर को कैनबरा के मैदान पर खेला जाएगा।
- ‘गोल ऑफ द सेंचुरी’ से अर्जेंटीना को विश्व चैंपियन बनाने वाले मैराडोना, कुछ इस तरह का रहा शानदार करियर
- “शोएब अख्तर के सामने सचिन के पैर कांप जाते थे” जैसा बयान देने वाले अफरीदी रिकॉर्ड क्यों नहीं देखते?
शुरुआती 2 वनडे मुकाबलों की बात करें तो भारतीय गेंदबाज़ी क्रम बुरी तरह से विफल नजर आया। टीम इंडिया के लिए गेंदबाज़ी की समस्या किस तरह की रही इस बात का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि दोनों ही मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 350 से ज्यादा का लक्ष्य रखा। भुवनेश्वर कुमार की कमी भारत को पूरी तरह से खली। लेकिन अगर उससे भी ज्यादा भारत को जिस खिलाड़ी की सबसे ज्यादा याद आयी वो थे रोहित शर्मा। विराट कोहली के बाद अगर टीम इंडिया केलिए सबसे बड़ा मैच विनर कोई है तो वो रोहित शर्मा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब कभी सबसे ज्यादा रन बनाने की बात आती है तो भले ही विराट कोहली का नाम सबसे पहले लिया जाता हो लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं है कि रोहित शर्मा 2013 के बाद वाइट बॉल क्रिकेट में भारत के लिए सबसे अहम खिलाड़ी साबित हुए है।
रोहित भारतीय टीम के लिए कितने अहम?
रोहित शर्मा भारतीय टीम के लिए कितने अहम है इस बात का अंदाजा ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े ग्राउंड में से एक सिडनी के मैदान पर खेले गए शुरुआती 2 वनडे मुकाबलों के बाद लगाया जा सकता है। भारत ने जो पिछले 6 एकदिवसीय मुकाबले गवाएं है उसमें रोहित किसी भी मुकाबले का हिस्सा नहीं थे। विदेशी पिचों पर रोहित की आक्रामकता किसी भी गेंदबाज़ी लाइनअप को शुरुआती ओवरों में दबाव में लाने के लिए काफी होती है। रोहित के पास हर तरह के शॉट्स का विकल्प मौजूद रहता है। इसके अलावा रोहित परिस्थितियों के साथ अपनी पारी को अंजाम देना अच्छे से जानते है। रोहित के टीम में होने के बाद मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों पर अधिक दबाव नहीं रहता।धवन के साथ रोहित ने पिछले कुछ सालों में भारत को SENA देशों में कई बार शानदार शुरुआत दिलाई है। लेकिन वहीं इस दौरे की बात करें तो धवन के साथ पारी का आगाज़ करने उतरे मयंक अग्रवाल में वो स्पार्क नजर नहीँ आया जो ऑस्ट्रेलिया को दबाव में ला सके। जिसके कारण शिखर धवन पर दबाव साफ दिखाई दिया और टीम इंडिया को बहतर शुरुआत नहीं मिल पाई।
- हॉकी का वह जादूगर जिसे हिटलर ने भी किया था सलाम
- हॉकी इंडिया की बड़ी पहल, 61 बेरोजगार साथी खिलाड़ियों को दी जाएगी वित्तीय मदद
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित का वनडे रिकॉर्ड शानदार रहा है। 2014 में रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 मैचों की वनडे सीरीज में 122.75 की औसत से 491 रन बनाए थे। द्विपक्षीय सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी बल्लेबाज़ द्वारा ये सबसे ज्यादा रन थे। 12 जनवरी 2016 को रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पार्थ में 171 रनों की नाबाद पारी खेली थी। किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा ऑस्ट्रेलिया में खेली गई ये सबसे बड़ी पारी थी। इसके अलावा रोहित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में 138, ब्रिस्बेन में 124 और सिडनी के मैदान पर 2019 में 133 रनों की पारी खेल चुके है। रोहित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में दोहरा शतक जड़ने वाले एकलौते बल्लेबाज़ है। रोहित ने 2013 में बेंगलुरु के मैदान पर 158 गेंदों में 209 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा रोहित 40 वनडे मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 76 छक्के लगा चुकें है। बाकी बल्लेबाज़ अभी तक 50 के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचे।
2013 के बाद से वनडे के सबसे खतरनाक बल्लेबाज
साल 2103 के बाद से रोहित शर्मा वनडे के सबसे खतरनाक और ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ बने हुए है। इस बात की गवाही रोहित के आंकड़े खुद देते है। 2013 के बाद से रोहित ने 138 वनडे मुकाबले खेले है। जिसमे रोहित के बल्ले से 59.47 की औसत से 7137 रन निकले है। कोहली के बाद रोहित वनडे में 2013 के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ है। इसके अलावा चेस करते हुए रोहित कोहली के बाद सबसे ज्यादा 2774 रन बना चुके है। 2013 के बाद रोहित 3 दोहरे शतक वनडे में जड़ चुके है। जिसमे 264 रनों को ऐतिहासिक पारी भी शामिल है। 2017 से 2019 तक 10 वनडे सीरीज में रोहित ने कम से कम 1 शतक जरूर जड़ा है। रोहित एकमात्र ऐसे बल्लेबाज़ है जिन्होंने 2013 के बाद अभी तक वनडे में लगातार 50 से ज्यादा की औसत कायम रखी है। 2019 में रोहित के बल्ले से विश्व कप में 5 शतक आये थे। इसके अलावा रोहित 150 से ज्यादा की 8 पारी वनडे में खेल चुकें है। इस आंकड़े तक भी अभी तक कोई नहीं पहुंच पाया। रोहित के ये आंकड़े बताने के लिए काफी है कि उनका टीम इंडिया में होना की काफी है।