आने वाला साल 2021 श्रमिकों के लिए बड़ी खुशखबरी दे सकता है। कुछ रिपोर्ट के अनुसार यह माना जा रहा है कि सरकार कामकाजी के लिए कुछ घंटों को सीमित करने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार कामकाजी के घंटों को प्रतिदिन 8 घंटे तक सीमित कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त यदि कोई व्यक्ति कार्य करता है तो उसे ओवरटाइम माना जाएगा और उस ओवरटाइम का उसे अलग धन मिलेगा। पहले यह माना जाता था कि नए श्रम कानून के अनुसार कामकाजी के लिए 12 घंटे आवंटित किए गए हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इस गलत धारणा को समाप्त करने के लिए सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है।
नवंबर 2020 में श्रम मंत्रालय की ओर से एक अधिसूचना जारी करके यह बताया गया था, प्रतिदिन कराए जाने वाले काम के लिए सरकार 9 घंटों से बढ़ाकर 12 घंटे कर सकती है। अब तक देश में बहुत सारे स्थानों पर ऐसा देखा गया है कि मजदूरों तथा श्रमिकों से उनके सामर्थ से ज्यादा कार्य कराया जाता है और यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें दिए जाने वाले धन में कुछ लोग कटौती करते हैं। सरकार के द्वारा उठाए गए कदम से इस तरह की मनमानी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी, और मजदूरों को उनकी मेहनत का असली दाम मिलेगा।