उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के कारण भयंकर तबाही उत्तराखंड के द्वार पर आ चुकी है। जहां जहां से गंगा नदी गुजरती है। उन सभी जिलों को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। हरिद्वार और उत्तर प्रदेश के कई नगरों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इस तबाही से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को काफी भारी नुकसान हुआ है, तथा इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले बहुत सारे मजदूर इस तबाही के कारण गुम हो गए हैं।उत्तराखंड में आई इस आपदा पर बहुत सारे विश्व भर के नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मेक्रों ने कहा है उनका देश पीड़ितों के साथ गहरी संवेदना जताते हुए,भारत के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त करता है।अमेरिकी विदेश विभाग के द्वारा भी उत्तराखंड में हुई इस घटना पर संवेदना व्यक्त की गई है। अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने ट्वीट में लिखा है,”भारत में ग्लेशियर टूटने और भूस्खलन से प्रभावित होने वालों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। हम दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिजनों तथा मित्रों के साथ हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उत्तराखंड में आई इस तबाही पर ट्वीट करते हुए लिखा, “मेरी संवेदना भारत के लोगों और उत्तराखंड के बचाव कर्मियों के साथ हैं। क्योंकि वे ग्लेशियर गिरने से आई बाढ़ का मुकाबला कर रहे हैं।ब्रिटेन भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है।किसी भी समर्थन के की पेशकश के लिए तैयार है।”
My thoughts are with the people of India and rescue workers in Uttarakhand as they respond to devastating flooding from the glacier collapse. The UK stands in solidarity with India and is ready to offer any support needed.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) February 7, 2021