26 जुलाई सन 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत लगभग 2 महीने चला कारगिल का भीषण युद्ध समाप्त हो गया। इस युद्ध में भारत के सैनिकों ने अद्भुत पराक्रम का परिचय दिया। आज फ्रांस ने भारत के उन शहीदों को नमन किया है जिन्होंने कारगिल के युद्ध में अपने प्राणों का उत्सर्ग किया। फ्रांस के राजदूत ने ट्विटर के माध्यम से भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “हम हमेशा भारत के साथ तैयार खड़े हैं।”
कारगिल दिवस के इस मौके पर फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा, “फ्रांस भारतीय सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि देता है। 1999 में मिराज-2000 से 2020 में राफ़ेल; हमारी साझेदारी ऊंचाइयों को छूती आई है” यह भारतीय सेना के ही अद्भुत अदम साहस की ताकत है कि विदेशी भी आज हमारे देश के शहीदों को नमन कर रहे हैं। ये उन्ही वीरों का पराक्रम है जिन्होंने भारत की सरहदों पर अपना लहू बहा दिया लेकिन भारत की अस्मिता और स्वाभिमान से कोई समझौता नहीं किया।
विदेशी देश हमारे सैनिकों का सम्मान कर रहे हैं उनकी शहादत को नमन कर रहे हैं उन पर विश्वास कर रहे हैं। लेकिन हमारे ही देश के कुछ नेता हमारे देश के सैनिकों पर सवाल खड़े करते हैं। उनसे उनके पराक्रम के प्रमाण मांगते हैं। केवल अपनी राजनीतिक दुर्भावना के कारण वे सेना को भी अपने सवालों के कटघरे में खड़ा करते हैं।
On #KargilVijayDiwas2020, France pays tribute to the Indian armed forces: France always stands alongside India.#Mirage2000 in 1999 to #Rafale in 2020: our partnership touches soaring heights. pic.twitter.com/bIEKIWDFhi
— Emmanuel Lenain (@FranceinIndia) July 26, 2020
मई 1999 में पाकिस्तान की कायराना हरकतों का जवाब देने के लिए भारतीय सेना और पाकिस्तानी सेना के बीच भीषण युद्ध हुआ जो लगभग 2 महीने चला। 26 जुलाई सन 1999 को ऑपरेशन विजय की सफलता के बाद यह युद्ध समाप्त हो गया और भारतीय सैनिकों ने अपने पराक्रम के बल पर एक नया इतिहास लिखा। 26 जुलाई सन 1999 से लेकर आज तक इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। कारगिल के युद्ध में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए थे जिनमें से 22 जवान राजस्थान के झुंझुनू के थे। कैप्टन सौरभ कालिया, कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन मनोज पांडे, भगवान सिंह, वीरेंद्र सिंह, विनोद कुमार और राज कुमार जैसे अनेकों अमर बलिदानियों ने अपने प्राणों बलिदान देकर। भारत के आत्म स्वाभिमान की रक्षा की।