कोरोनावायरस की शुरुआत कहां से हुई थी और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। इसे लेकर लगातार विश्व भर में चर्चाएं हो रही हैं? अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी टीम को पहले ही निर्देश दे रखे हैं कि जल्द से जल्द इस बात का पता लगाया जाए कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत कहां से हुई थी? इसी बीच अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो का बड़ा बयान आया है। पोम्पिओ ने कहा, “मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं वह यह है कि हम जानते हैं कि वे उस लैब के भीतर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़े प्रयासों में लगे हुए थे। इसलिए चीन ने जो दावा किया उसके साथ सैन्य गतिविधि की जा रही थी, वह सिर्फ अच्छा पुराना नागरिक शोध था।”
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कोरोना महामारी के उत्पत्ति की जांच को 90 दिन में पूरा करने के आदेश के बाद चीन भड़क उठा है। बाइडेन के बयान के बाद अब चीन यह कहने में जुट गया है कि कोरोना वायरस वास्तव में अमेरिका से शुरू हुआ था। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि “राष्ट्रपति जो बाइडन का आदेश दिखाता है कि अमेरिका, ‘तथ्यों और सच्चाई की परवाह नहीं करता और न ही उसकी रुचि वैज्ञानिक तरीके से वायरस के उद्गम का पता लगाने में है।’ चीनी प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका को खुद डेट्रिक फोर्ट सैन्य अड्डे सहित सभी जैव प्रयोगशालाओं को जांच के लिए खोलना चाहिए।”
वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान (डब्ल्यूआईवी) से कोविड के लीक होने के आरोपों की निष्पक्ष जांच की मंजूरी देने वाले एक सवाल पर चीन ने जवाब देने से साफ इनकार कर दिया। पिछले सप्ताह चीन से इसकी स्वतंत्र जांच कराने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन उसने जांच कराने के सवाल पर चुप्पी साध ली।