आज केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित हुए तीन कृषि सुधार विधेयकों के खिलाफ किसानों के संगठन आंदोलन करेंगे। पंजाब हरियाणा में 3 दिन के लिए रेल रोको आंदोलन की शुरुआत के साथ आज भारत बंद का ऐलान कर दिया गया है। आज के भारत बंद को 31 किसान संगठन को समर्थन मिला है। उत्तर प्रदेश बिहार से लेकर पंजाब, हरियाणा तक आज सड़क पर किसान उतरेंगे और अपनी आवाज बुलंद करेंगे। इस आंदोलन का उद्देश्य मोदी सरकार पर तीनों अधिनियम को वापस लेने का दबाव बनाना है।
भारतीय किसान संघ, भारतीय किसान यूनियन, अखिल भारतीय किसान महासंघ, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने देशव्यापी भारत बंद का ऐलान किया है। इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के किसानों ने भी आज भारत बंद का आवाहन किया है। इसके अलावा ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेडयूनियन, हिंद मजदूर सभा, ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन, सेंटर फॉर ट्रेड यूनियन कोआर्डिनेशन सेंटर सहित 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने भी भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। कांग्रेस, अकाली दल, आम आदमी पार्टी, लेफ्ट पार्टी, एनसीपी, डीएमके, राजद बसपा, सपा, टीएमसी समेत कई पार्टियों ने भी इस बंद का समर्थन कर दिया है। इतना ही नहीं करीब 10 विपक्षी पार्टियों ने राष्ट्रपति कोविंद से संसद पर पास कराए गए विधायकों पर हस्ताक्षर न करने की गुहार भी लगाई है
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून व्यवस्था को बनाए रखने का तथा कोरोना संक्रमण से जुड़े हुए सभी नियमों का पालन करने का निवेदन किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि राज्य सरकार विधेयकों के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह किसानों के साथ है और धारा 144 के उल्लंघन के लिए प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हड़ताल के दौरान कानून-व्यवस्था की दिक्कतें पैदा नहीं करनी चाहिए । उन्होंने किसानों से यह भी सुनिश्चित करने की अपील की है कि नागरिकों को किसी तरह की दिक्कत ना हो.. आंदोलन के दौरान किसी भी प्रकार के जानमाल का कोई खतरा पैदा नहीं होना चाहिए। इसी बिल के खिलाफ किसान संगठनों ने तीन दिवसीय रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर रेलवे ने फिरोजपुर डिवीजन से चलने वाली 14 विशेष यात्री ट्रेनों को 24 से 26 सितंबर तक रद्द कर दिया है।
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