नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को मध्य प्रदेश में पांच ड्रोन स्कूल बनाने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में माधव इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस में ड्रोन एक्सीलेंसी सेंटर स्थापित करने की घोषणा की। जानकारी के मुताबिक इस कार्य को करने के लिए ब्राउन कंपनी से एमओयू भी साइन हो चुका है। इसके साथ ही ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, भोपाल और सतना में ड्रोन तकनीक और उसके इस्तेमाल की शिक्षा व प्रशिक्षण के लिए स्कूल खोले जाएंगे।
एमआईटीएस,ग्वालियर में आयोजित #GwaliorDroneMela के शुभारंभ कार्यक्रम को मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी, केंद्रीय मंत्री श्री @nstomar जी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में संबोथित किया। pic.twitter.com/nFYZmXSna3
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) December 11, 2021
आपको बता दें सबसे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MITS में प्रदेश के पहले ड्रोन मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी आधुनिक युग के लिए वरदान है इसका उपयोग क्रांतिकारी साबित होगा। विकास कार्यों की योजना बनाने के साथ ही आपदा प्रबंधन में ड्रोन उपयोगी साबित होने वाला है। खेतों में उर्वरक, दवाओं का छिड़काव, दूरस्थ स्थानों पर दवाएं पहुंचाने से लेकर कई काम आने वाला है। कार्यक्रम में चौहान और सिंधिया के साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर मौजूद रहे।
20 कंपनियों हुईं शामिल
आपको बता दें कि प्रदेश के पहले ड्रोन मेले में करीब 20 कंपनियों ने भाग लिया। एक साथ 40 ड्रोन भी उड़ाए गए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ड्रोन तकनीक कृषि क्षेत्र में किसानों के लिए वरदान सिद्ध हो सकती है. भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त के साथ ही पुलिस सर्विलांस में भी यह टेक्नोलॉजी उपयोगी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस दौरान कहा कि हमें विश्व-स्तर पर फॉलोअर नहीं लीडर बनना है।