झारखण्ड के बाद अब बिहार और उत्तरप्रदेश की विधानसभा में प्रार्थना के लिए भिन्न रूम की मांग उठने लगी है। उत्तर प्रदेश के कानपुर के विधायक इरफान सोलंकी द्वारा मांग की गई है कि यूपी की विधानसभा में भी इसी तरह की व्यवस्था होनी चाहिए। सपा विधायक ने कहा कि सत्र के दौरान नमाज़ पढ़ने में दिक्कत होती है, ऐसे में आस्था को ध्यान में रखते हुए ये सही फैसला होगा। यूपी के अलावा बिहार में भी इस मामले को लेकर चर्चा हो रही है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मांग की है कि बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए अलग कमरा बनाया जाए, साथ ही मंगलवार की छुट्टी भी घोषित कर दी जाए। बीजेपी विधायक ने कहा कि संविधान सभी को बराबरी का हक देता है, अगर नमाज़ के लिए कमरा मिल रहा है तो हनुमान चालीसा के लिए क्यों नहीं। हरिभूषण ठाकुर का कहना है कि वह इस मसले पर विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे, हर किसी को पूजा का अधिकार समान है।
इस पूरे विवाद पर बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जो असल नमाजी होते हैं। उनको जगह ढूंढने की जरूरत नहीं होती, वो कहीं भी नमाज पढ़ सकते हैं। उसी तरह जिसको माला जपना है। पूजा करनी है, वो कहीं भी कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के बांटने वाले लोगों से सावधान रहने की बहुत जरूरत है। बीजेपी की इस मांग पर राजद ने पलटवार कर दिया गया है। राजद के मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि झारखंड में परिस्थितियों को देखते हुए फैसला लिया गया है, जरूरत पड़ी तो चंडी पाठ के लिए भी कमरा अलॉट किया जा सकता। नमाज़ के लिए कमरा अलॉट करना राजनीति का विषय नहीं है। राजद नेता ने कहा कि बीजेपी विधायक किससे मांग कर रहे हैं, उनकी ही सरकार है, करा लें… प्रधानमंत्री से कहकर संसद में इसकी व्यवस्था करा दें। नीतीश कुमार से कहकर विधानसभा में व्यवस्था कर दें, हम ऐसी चीजों का समर्थन नहीं कर सकते, बीजेपी के लोग समाज में नफरत फैला रहे हैं।