गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई भयंकर हिंसा के बाद अब दिल्ली पुलिस के हाथ में एक बहुत बड़ा सबूत लगा है। दरअसल पुलिस को अपनी शुरुआती जांच में पता चला कि इन सभी दंगा फसाद के पीछे खालिस्तानी समर्थकों का भी हाथ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस को खबर मिली है कि यह सारी प्लानिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए की जाती थी, जिसके बाद अब पुलिस इस पर कोई बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रही है।
खबरों के अनुसार दिल्ली पुलिस अब सोशल मीडिया हैंडलbको अपने रडार पर रख रही है, ताकि वह उन खालिस्तान समर्थकों का पता लगा सके जो बाहर बैठकर दिल्ली में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे थे। वही खबरों की मानें तो लाल किले में हुए दंगा फसाद के पीछे भी खालिस्तानी समर्थकों का भी हाथ है । दरअसल गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले में जवानों को घायल करते हुए कुछ कथित रूप से किसान अंदर घुस गए थे और लालकिले के प्राचीर पर धर्म विशेष का झंडा फहराया था।
हालांकि बार-बार किसान संगठन यह दावा कर रही है कि उन्होंने लालकिले के प्राचीर पर धर्म विशेष का झंडा तिरंगे का अपमान करके नहीं फहराया था और उनका इसके पीछे कोई हाथ नहीं है। उन्हें बरगलाने की कोशिश की गई थी। वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है, जिसके अनुसार किसानों को अपने पासपोर्ट और जरूरी कागजात पुलिस के सामने पेश करने होंगे। वही यूपी सीएम योगी अब अपने इलाकों से किसानों को हटाने का निर्देश भी दे चुके हैं, जिसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने भी हल्ला करते हुए कहा था कि वह आत्महत्या कर लेंगे, बाद में उनका यह सब दावा काम नहीं आया है।