चीन और भारत के बीच बढ़ते फासलों पर इस समय पूरी दुनिया की नजर है। पूरा विश्व इस समय चीन और भारत के हालातों को निरंतर देख रहा है कि क्या इस विवाद का कोई हल निकलेगा? इससे पहले भी 15 और 16 जून की रात को भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें भारतीय सेना के लगभग 20 जवान शहीद हो गए थे। इसी बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज मॉस्को में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में शामिल हुए। जहां पर उन्होंने अपने संबोधन में कई अहम बातें कहीं।
भारत और चीन के बीच जारी विवाद को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation, SCO) क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए भारत अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मतभेदों के शांतिपूर्ण समाधान का पक्षधर रहा है। शांतिपूर्ण, स्थिर और सुरक्षित एससीओ क्षेत्र के लिए जरूरी है कि सदस्यों के बीच एकदूसरे के प्रति विश्वास हो!.. साथ ही संवेदनशीलता और गैर-आक्रामकता का परिचय दिया जाए। रक्षा मंत्री ने साफ कहा कि क्षेत्रीय शांति के लिए आक्रामकता ठीक नहीं है!..
सूत्रों के अनुसार ये बताया जा रहा है कि बैठक के लिए चीनी रक्षा मंत्री की ओर से अनुरोध किया गया है। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में कई जगहों पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध जारी है। पांच दिन पहले पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जे की असफल कोशिश की थी जिसके बाद दोनों सेनाओं के बीच तनाव बढ़ गया था। अभी भी लगातार दोनों देशों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत जारी है।
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