कोरोना संक्रमण के सीधे संपर्क में पुलिस और मेडिकल की टीम है। मेडिकल टीमों के पास तो कोरोना किट है लेकिन पुलिस अपनी खाकी वर्दी के बल पर ही कोरोना को हराने की कोशिश कर रही है। हांलाकि इसके नजीते भी आ रहे हैं और पुलिसकर्मी ही संक्रमित हो रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान के दौसा जिले से सामने आया है। यहां रामगढ़ पचवारा पुलिस ने अपने मुखबिर की सूचना पर हथकड़ शराब बनाने वाले एक युवक को पकड़ा जो कि कई सालों से शराब का धंधा चला रहा था।
निर्झरना गांव निवासी युवक को गिरफ्तार करने के अगले दिन कोर्ट में पेश करने से पहले उसकी कोरोना वाइरस की जांच करवाया गया। सैम्पल क्लेक्ट करवाने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। वहीं उसकी जाँच रिपोर्ट आई तो पता चला कि वह पॉजिटिव है। इस पर हड़कंप मच गया। पुलिस थाने और कोर्ट का जो स्टाफ उसके संपर्क में आया अब उन सभी को क्वारंटीन किया जा रहा है। साथ ही उनकी जांच भी की जा रही है कि कहीं उनमें से कोई संक्रमित होकर पॉजिटिव तो नहीं हो गया। इस तरह के दर्जनों मामलों दो महीने में प्रदेश भर से सामने आए हैं।
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आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने पिछले कुछ दिनों में कई लोगों को शराब बेची थी। अब उनमें से भी कई लोगों के संक्रमित होने का खतरा है। उधर भरतपुर के रुदावल में भी पुलिस टीम और कुछ अन्य लोग संक्रमित भी हो सकते हैं क्योंकि वहाँ पर भी इसके द्वारा शराब बेचा गया है। अब विभाग की साँस फूलने लगी है। चिकित्सा कर्मियों द्वारा संपर्क में आये लोगों और उनके परिवार के लोगो को सर्च करना मुश्किल हो गया है। जब गिरफ्तारी के बाद उससे पूछा गया कि वह किन-किन लोगों के संपर्क आया तो उसके द्वारा जवाब दिया जा रहा है कि मैं खुद नशे में होकर शराब बिक्री कर रहा था, तो मुझे कुछ नही पता।