कोरोना संक्रमण को हराने के लिए वैक्सीन लगवाना और सोशल डिस्टेंसिंग रखना बहुत जरूरी है। 1 मई से देश के सभी राज्यों में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगनी थी, लेकिन कई राज्यों में वैक्सीन की कमी के चलते इस व्यवस्था पर रोक लगा दी गई। उत्तर प्रदेश के 7 जिलों में आज वैक्सीन लगाई जाएगी वहीं जम्मू-कश्मीर जैसे कई राज्यों में व्यक्ति की कमी के कारण यह योजना आज लागू नहीं होगी। ऐसे में सवाल उठता है कि वैक्सीन की इस कमी को किस प्रकार समाप्त किया जा सकेगा?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ‘द टाइम्स’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि कंपनी दूसरे देशों में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन बनाने की योजना पर काम कर रही है। शुक्रवार को द टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में एक ऐलान होने वाला है। समाचा एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सीरम के मुखिया अदार पूनावाला ने पिछले हफ्ते कहा था कि सीरम इंस्टीट्यूट जुलाई तक अपना मासिक आउटपुट (प्रोडक्शन) 100 मिलियन डोज तक कर देगा। पहले ऐसा करने के लिए मई अंत की टाइमलाइन बताई थी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले छह महीनों में सीरम की प्रोडक्शन कैपेसिटी (उत्पादन क्षमता) 2.5 बिलियन से 3 बिलियन डोज सालाना हो जाएगी। देश में बढ़ते हुए संक्रमण की गति को रोकने के लिए देशवासियों को वैक्सीनेशन ही एकमात्र उपाय है। जब तक भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वैक्सीनेशन नहीं हो जाता तब तक हम इस संक्रमण से मुक्त हो नहीं पाएंगे।