21वीं सदी का भारत अब किसी भी देश से पीछे रहने के लिए तैयार नहीं है। अपने पुरुषार्थ के बल पर भारत ने दो स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण किया और अब लगभग 22 से ज्यादा देशों तक हमारे देश का पुरुषार्थ पहुंचाया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान हमारे देश के कुछ राजनीतिज्ञों ने तथा तथाकथित बुद्धिजीवियों ने इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए। कुछ लोगों ने अपनी गंदी राजनीति के लिए यह भी कह दिया कि हम भारतीय जनता पार्टी किस व्यक्ति को नहीं लगाएंगे हालांकि जब इस वैक्सीन के अच्छे नतीजे सामने आने लगे तो वे लोग खुद अपने घरों में डॉक्टर्स को बुलाकर उस वैक्सीन का प्रयोग कराएंगें।
97% people satisfied with overall vaccination experience: Rajesh Bhushan, Secretary, Union Health Ministry pic.twitter.com/yh39lpmXb4
— ANI (@ANI) February 9, 2021
अब तक बताया जा रहा है कि लगभग 63 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सबसे ज्यादा खुशी की बात तो यह है कि जिन लोगों को अब तक कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है उनमें से लगभग 97% दो इस वैक्सीनेशन के कार्यक्रम से संतुष्ट है। स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा बताया गया है भारत के दो प्रमुख राज्यों में केरल और महाराष्ट्र का नाम शामिल है उनमें 71% कोरोना के संक्रमित मामले पाए जा रहे हैं। केरल में 45 फ़ीसदी तथा महाराष्ट्र में 25% कोरोना के केस आ रहे हैं। 33 से ज्यादा ऐसे राज्य हैं जहां पर संक्रमण के मामले 5000 से कम रह चुके हैं।कई केंद्र शासित तथा अन्य राज्यों में पिछले 24 घंटे से एक भी व्यक्ति की मृत्यु संक्रमण के कारण नहीं हुई है। कई राज्य और कई केंद्र शासित प्रदेश ऐसे भी हैं जहां पर तीन हफ्तों से एक भी मौत कोरोना संक्रमण से नहीं हुई है।
There 33 states and Union Territories which have less than 5,000 active cases: Rajesh Bhushan, Secretary, Union Health Ministry pic.twitter.com/KDQdsPda0n
— ANI (@ANI) February 9, 2021