चीन छीन रहा मुसलमानों से उनकी धार्मिक आजादी, अब तक 16000 मस्जिदों को ढहा चुका है चीन

मानव अधिकारों और नागरिकों की धार्मिक आजादी को छीनने में चीन सबसे पहले नंबर पर आ चुका है। एक ऑस्ट्रेलियन थिंक टैंक ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में बताया है कि चीनी सरकार ने शिंजियांग प्रांत में 16000 मस्जिदों को जमींदोज कर दिया है।

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लगातार भारत के कुछ लोग कहते हैं कि भारत में अल्पसंख्यकों को अधिकार नहीं है भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते हैं भारत के बहुसंख्यक अल्पसंख्यकों पर भारी पड़ रहे हैं। लगातार सरकारों पर भी सवाल उठाए जाते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में मुस्लिम असुरक्षित महसूस कर रहा है। लेकिन वास्तविकता में दुनिया में बहुत सारे देश हैं लेकिन भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां सभी धर्मों को समान आदर दिया जाता है। भारतीय संविधान में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने जीवन को यापन करने का अधिकार प्राप्त है। लेकिन दूसरी तरफ विश्व के कुछ ऐसे देश हैं जो निरंतर अपने देश की कुछ लोगों को टारगेट करके उनकी धार्मिक भावनाओं को न केवल आहत करते हैं बल्कि उनकी धार्मिक इमारतों को भी तोड़ते हैं।

हाल ही में लगातार मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वाला देश और कुछ नागरिकों से उनकी धार्मिक आजादी छीनने वाला देश चीन एक बार फिर सुर्खियों में है। ऑस्ट्रेलियन थिंक टैंक ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि चीनी सरकार ने शिनजियांग प्रांत में 16 हजार से ज्यादा मस्जिदों को जमींदोज कर दिया है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस इलाके में किस तरह मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है। थिंक टैंक ने कहा कि उत्तरी पश्चिमी प्रांत में 10 लाख से अधिक उईगर और दूसरे मुसलमानों को कैंप में कैद करके रखा गया है। जिनजियांग प्रांत में लोगों पर परंपरागत और धार्मिक गतिविधियों को छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है।

ऑस्ट्रेलियन स्प्रेडशीट पॉलिसी इंस्टीट्यूट के अनुसार करीब 16000 मस्जिदों को ढहा दिया गया है या नुकसान पहुंचाया गया है यह रिपोर्ट सैटेलाइट इमेज और स्टेटस मॉडलिंग पर आधारित है रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकतर मस्जिदों को पिछले 3 सालों में ढहाया गया है। एक अनुमान के अनुसार 8500 मस्जिदों को पूरी तरह ढहा दिया गया है और कुछ मस्जिदों को ढहाया नहीं गया है बल्कि उनके गुंबदों और मीनारों को तोड़ा गया है।

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