उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय प्रतिदिन अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं। इसी श्रंखला में मुख्यमंत्री आज सिद्धार्थनगर के दौरे पर निकले थे। सिद्धार्थनगर जाने से पहले पीएम ने गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर कक्ष में गुरुवार को पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात की। सीएम योगी ने उन सभी को जीत की बधाई देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत के व्यापक हितों को ध्यान में रखकर जहां भी आवश्यकता पड़े वहां पर व पूर्व प्रधानों का सहयोग लें। गांव की नियमित साफ-सफाई एवं सैनेटाइजेशन किया जाए। लोगों को मास्क के अनिवार्य उपयोग और दो गज की दूरी का पालन करने के लिए निरन्तर जागरूक व प्रोत्साहित किया जाए।
सीएम ने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि निशुल्क कोविड टीकाकरण कराया जा रहा है। पंचायत प्रतिनिधि बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। टीकाकरण के दौरान ज़ीरो वेस्टेज और कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाए। सभी जनपदों में 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ हो चुका है, इसके लिए पंजीकरण अनिवार्य है, गांव में लोगों का पंजीकरण ज्यादा से ज्यादा हो, पंचायत प्रतिनिधि यह सुनिश्चित कराएं।
पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात करने से पूर्व सीएम योगी ने गायों की सेवा की। पंचायत प्रतिनिधियों से मुलाकात के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया। गुरु गोरक्षनाथ का दर्शन पूजन कर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद लिया। उनके साथ मंदिर के पुजारी योगी कमलनाथ, मंदिर सचिव द्वारिका तिवारी, वीरेंद्र सिंह, अजय सिंह समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे।
ग्रामीण इलाकों को संक्रमण मुक्त करने का प्रयास करें प्रधान : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उन्होंने कहा अब निगरानी समितियों की अध्यक्षता भी ग्राम प्रधान करेंगे। इसलिए बैठक कर निगरानी समितियों के सदस्यों यथा एएनएम, आशा कार्यकारी, पूर्व ग्राम प्रधान समेत सभी को साथ लेकर कोविड संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ डोर-टू-डोर सर्वे कर लक्षणयुक्त और संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग कराएं। उन्हें मेडिकल किट दिलाना सुनिश्चित करें। निगरानी समितियों के सजग प्रयास से हमारे गांव संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे। सभी के सामूहिक प्रयासों से हमें गांवों को कोरोना मुक्त गांव बनाना है। संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लोगों को आवश्यकतानुसार होम आइसोलेशन, क्वारण्टीन सेण्टर अथवा अस्पताल में भेजा जाए।