केंद्र सरकार के द्वारा 19 जुलाई 2021 से प्रारंभ हो रहे मानसून सत्र में कई प्रमुख विधेयकों को लाया जा सकता है। इनमें डीएनए प्रौद्योगिकी विधेयक, माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों के रखरखाव कल्याण संबंधी विधेयक, सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी विधेयक, न्यायाधिकरण सुधार विधेयक और फैक्टरिंग विनियमन संशोधन विधेयक समेत 15 विधेयकों को प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है। जनसंख्या नियंत्रण कानून तथा समान नागरिक संहिता को लेकर भी चर्चाएं तेज हो चुकी हैं। ऐसा माना जा रहा है इन विधेयकों को भी इस बार केंद्र सरकार कानून की शक्ल दे सकती है।
राज्यसभा में नवनियुक्त सदन के नेता पीयूष गोयल ने इसी मामले को लेकर शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद पवार सहित अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। इस सत्र से पहले ही राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल ने सहयोगी दलों तथा विपक्षी पार्टियों से सहयोग की अपील की है। आपको बता दें पीयूष गोयल को हाल ही में राज्यसभा का नेता बनाया गया है क्योंकि उससे पहले थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया था। इनमें तीन विधेयक ऐसे हैं जिन्हें सरकार अध्यादेश के स्थान पर लेकर आई है। इस सत्र में भाजपा सांसद भी जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर गैर सरकारी विधेयक पेश कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में हुई सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई पार्टी के संसदीय रणनीति संबंधी समूह की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई है।