हॉलीवुड के बाद दूसरी सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड इन दिनों हर जगह चर्चा का विषय बनी हुई है। 4 महीने पहले सुशांत सिंह राजपूत की हुई मौत के बाद मानों बॉलीवुड के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा हो। सुशांत की मौत से निकले ड्रग्स एंगल ने पहले ही कई बड़े नामों की रातों की नींद उड़ा दी है जबकि कई और सितारें NCB की सूची में शामिल हैं। ड्रग्स एंगल के बाद अब एक-एक करके हिंदी सिनेमा के सितारों का काला चिट्ठा फैंस के सामने आ रहा है।
सुशांत की मौत अभी तक बॉलीवुड स्टार्स के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही है। सुशांत की मौत की खबर के बाद से बॉलीवुड का गैंग किसी ना किसी विवाद को लेकर घिरा हुआ है। बाकी की कसर ड्रग माफिया कनेक्शन ने पूरी कर दी। ड्रग्स कनेक्शन के बाद अब बॉलीवुड के सर पर एक और मुसीबत आ पड़ी है। जी हां, बॉलीवुड में एक बार फिर MeeToo की वापसी हो चुकी है। इसकी शुरुआत और किसी अभिनेता से नहीं बल्कि अनुराग कश्यप से हुई है। जिन पर अभिनेत्री पायल घोष ने यौन शोषण का आरोप लगाया है।
Mee Too के घेरे में बॉलीवुड
ड्रग्स का सेवन करने के चलते बॉलीवुड पहले ही बदनामी का सामना कर रहा है जिसके बाद अब MeeToo ने हिंदी सिनेमा की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। अनुराग कश्यप पर इस समय Mee Too की तलवार लटक रही है। सोशल मीडिया पर फैंस अनुराग कश्यप के खिलाफ जमकर अपनी नाराज़गी व्यक्त कर रहें है। पायल घोष ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि अनुराग कश्यप ने मेरे साथ जबरदस्ती की और काफी बुरा बर्ताव किया। हैरान करने वाली बात ये है कि इस बार यौन शोषण के मामले में एक्ट्रेस का नाम भी निकल कर सामने आ रहा है। पायल ने आरोप लगाते हुए अपने बयानों में ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी, माही गिल समेत कई एक्ट्रेस का नाम भी लिया है। पायल के इस कदम के बाद अब एक बार फिर कई और अभिनेत्रियां भी यौन शोषण के खिलाफ मोर्चा खोल सकती हैं।
कब तक स्त्रियों को होना पड़ेगा यौन शोषण का शिकार?
छोटे शहरों से जब कोई आम लड़की अपने दिल में अभिनेत्री बनने का सपना लेकर मुंबई आती है तो उसे यकीन हो होता है कि सपनों की इस माया नगरी में उसके सपनों को भी एक नई पहचान मिलेगी लेकिन फिल्मों के निर्देशकों का दरवाजा खटखटाने के बाद उसके हाथ लगता है तो सिर्फ Sexual Harrasment। भारत में बेटी को देवी का रूप माना जाता है लेकिन इस दर्जे को पाने से अभी वह कोसो दूर है। आखिर कब तक फिल्मों की आड़ में निर्देशक यूँ ही यौन शोषण को बढ़ावा देते रहेंगे?
संसद में भी उठी यौन शोषण के खिलाफ कानून बनाने की मांग
बॉलीवुड के ड्रग्स माफिया कनेक्शन के बाद जब अनुराग कश्यप पर यौन शोषण का आरोप लगा तो इसकी गूंज भारत के संसद तक पहुंची। अभिनेता और सांसद रविकिशन ने इसका जमकर विरोध किया और अभिनेत्रियों के साथ होने वाले यौन शोषण के खिलाफ कानून बनाने की मांग की। भले ही रविकिशन ने संसद में सीधे तौर पर अनुराग कश्यप का नाम नहीं लिया लेकिन उन्होंने कई बहन, बेटी और माँ की आवाज़ बनकर सभी की बोलती बंद कर दी। रविकिशन ने यौन शोषण के खिलाफ कानून की मांग करते हुए कहा, “बेटियों को आदर मिलेगा, बेटियां देवी हैं। मैं यौन शोषण के खिलाफ कानून की मांग करता हूँ ताकि अब किसी भी इंडस्ट्री में बेटियों के खिलाफ अत्याचार ना हो और उनकी किस्मत किसी निर्देशक या एक्टर के हाथों में ना हो।”
यौन शोषण का अड्डा बना बॉलीवुड
सभ्य समाज पर कलंक लगाने में बॉलीवुड कोई कसर नहीं छोड़ रहा। बॉलीवुड की करतूत सिर्फ ड्रग्स या नशे तक ही सीमित नहीं है बल्कि देश की संस्कृति का अपमान करने वाला हिंदी सिनेमा स्त्रियों के शोषण का अड्डा भी बना बैठा है। फिल्मी दुनिया की इस हकीकत से आज हर कोई वाकिफ है। जिन बॉलीवुड सितारों को फैंस अपना भगवान तक मानने लगे थे आज उन्होंने ही देश की संस्कृति को इस कदर मिट्टी में मिला दिया है कि किसी को विश्वास नहीं हो रहा। कभी नेपोटिज्म तो कभी ड्रग्स माफिया और यौन शोषण किसने सोचा था कि आज बॉलीवुड के इन काले चिट्ठो से लोगों को रूबरू होना पड़ेगा।