अगर आप आने वाले 5 या 6 दिनों में बैंक जाकर अपना कोई महत्वपूर्ण काम निपटाना चाहते हैं। तो आपके लिए यह खबर काफी जरूरी है। जब भी कोई व्यक्ति बैंक जाता है तो उसे यह पता होना चाहिए कि आज बैंक चल रहा है या आज बैंक की छुट्टी है। बैंक में काम कराने से पहले लोग यह भी जानना चाहते हैं कि कहीं वे लंच टाइम में बैंक तो नहीं जा रहे हैं। बताया जा रहा है अगर आपका खाता सरकारी या ग्रामीण बैंकों में है तो आपको अब थोड़ी सी असुविधा होने वाली है क्योंकि आने वाले 6 में से 5 दिनों का बैंकों का अवकाश रहेगा।
जानिए किस किस दिन रहेगा बैंक का अवकाश?
- महाशिवरात्रि के कारण 11 मार्च 2021 को अवकाश रहेगा।इस दिन गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओड़िशा, पंजाब, उत्तराखंड, तेलंगाना, राजस्थान, जम्मू, उत्तर प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, कश्मीर और हिमाचल प्रदेश राज्य में बैंकों की छुट्टी रहेगी।
- दूसरा शनिवार होने के चलते 13 मार्च 2021 को भी बैंकों का अवकाश रहेगा।
- 14 मार्च 2021 को रविवार होने के कारण बैंकों का साप्ताहिक अवकाश रहेगा।
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक यूनियंस की हड़ताल के चलते 15 मार्च 2021 को बैंक बंद रहेंगे।
- सार्वजनिक क्षेत्रों में बैंकों के निजीकरण के खिलाफ यूनियंस की हड़ताल 16 मार्च 2020 को भी जारी रहेगी।
इस तरह यह बात साफ हो चुकी है कि 11 मार्च से लेकर 16 मार्च तक केवल 1 दिन बैंक खुलेगा बाकी कुछ द्वितीय तथा कुछ समस्याओं के कारण 5 दिन बैंक बंद रहेंगे। इसमें से 13 से 16 मार्च तक लगातार चार दिन बैंक बंद रहेंगे।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी वित्त वर्ष के लिए पेश किये बजट में दो सरकारी बैंकों और एक पब्लिक इंश्योरेंस कंपनी के निजीकरण की घोषणा की है। इसलिए निजीकरण की घोषणा के बाद ही बैंक से जुड़े लोगों ने तथा यूनियनों ने इस हड़ताल का निर्णय लिया है। इस बंद का आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने किया है।
मार्च के महीने में भी 21 मार्च,22 मार्च, 27 मार्च,28 मार्च और 29 मार्च को बैंक बंद रहेंगे। 29 मार्च 2021को इस होली होने के कारण गुजरात, मध्य प्रदेश, ओड़िशा, पंजाब, उत्तराखंड, सिक्किम, तेलंगाना, मणिपुर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, नई दिल्ली, गोवा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मेघालय और हिमाचल राज्य में बैंकों की छुट्टी रहेगी। बिहार में ऐसी होली के मौके पर 30 मार्च को भी बैंक बंद रहेंगे।