तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को वायुसेना का चौपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी सहित 14 लोग सवार थे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है। क्रैश के बाद हेलिकॉप्टर में आग लगने की वजह से शव बुरी तरह झुलस गए हैं। ऐसे में शवों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, हेलिकॉप्टर सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था। यह हादसे के समय लैंडिंग स्पॉट से महज 10 किलोमीटर दूर था। मौके पर डॉक्टर्स, सेना के अफसर और कोबरा कमांडो की टीम मौजूद है। हादसे के जो विजुअल सामने आए हैं, उनमें हेलिकॉप्टर पूरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आया और उसमें आग लगी थी।
आपको बता दें यह पहली बार नहीं है, जब सीडीएस बिपिन रावत हादसे का शिकार हुए हैं। सन 2015 में भी एक बार जनरल बिपिन रावत का विमान क्रैश हुआ था। यह हादसा 3 फरवरी 2015 को हुआ था। दिमापुर से बिपिन रावत अपने हेलीकाप्टर में सवार होकर निकले, लेकिन कुछ ऊंचाई पर जाकर उनके हेलीकाप्टर का नियंत्रण खो गया और क्रैश हो गया। बताया जाता है कि हेलीकाप्टर के क्रैश होने होने के पीछे इंजन फेल होने का कारण था। हालांकि उसमें जनरल बिपिन रावत को हल्की चोटें आई थी।
सीडीएस बिपिन रावत का संक्षिप्त परिचय
- उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में बिपिन रावत का जन्म हुआ था।
- इनके पिता एलएस रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर थे।
- रावत ने भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक उपाधि प्राप्त की।
- साल 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से सैन्य मिडिया अध्ययन में पीएचडी की।
- 01 सितंबर 2016 को रावत ने सेना के उप-प्रमुख के पद की जिम्मेदारी संभाली थी।
- आपको बता दें उन्हें युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक एवं विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।