सोमवार को जैन धर्म का प्रमुख त्यौहार महावीर जयंती पूरे भारतवर्ष में बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, ऐसे में महावीर जयंती के शुभ अवसर पर जैन समुदाय ने अपनी एकता का परिचय देते हुए बड़े ही अनमोल और विचित्र तरीके से यह पवित्र उत्सव मनाया। दिल्ली समेत पूरे देश की जैन समाज ने मंदिर ना जाकर घर से पूजन और आरती कर भगवान महावीर का आशीर्वाद प्राप्त किया। तिजारा जैन मंदिर (अलवर) और अन्य कुछ जगह पर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए सामुहिक पूजन का आयोजन भी किया गया, जिसमें लोगों ने अपने घरों के बाहर बैठकर ही पूजन-पाठ आदि क्रिया संपन्न की।
इन सबके बीच सबसे मनमोहक नज़ारा उत्तर दिल्ली के कैलाश नगर इलाके में देखने को मिला। ऐसा नज़ारा आज से पहले किसी ने ना कभी देखा होगा और ना ही कभी सोचा होगा। इस इलाके में अधिकतर घर जैन समाज के ही है। रविवार शाम को लोगों ने अपने अपने घरों के बाहर गलियों में दीपक की लड़ी लगा दी और दीपकों द्वारा ही स्वास्तिक चिह्न बनाकर समस्त विश्व में भगवान महावीर के संदेश ‘जीओ और जीने दो’ और ‘अहिंसा परमो धर्मः’ का प्रचार प्रसार किया। लगभग 5-6 गलियों में वहां पर इसी तरह का नज़ारा देखने को मिला। यह दृश्य इतना सुंदर प्रतीत हो रहा था कि जो उसे देख मानो सभी की नज़रें ठहर-सी गई थी। लोग इस दृश्य से अपनी नज़रें नहीं हटा पा रहे थे।
इन तस्वीरों और वीडियो में आप इस अद्भुत महावीर जयंती की झलक देख सकते है। बड़ी संख्या में ये वीडियो लोग शेयर भी कर रहे है। इससे पहले कैलाश नगर जैन मंदिर कमेटी ने कोरोना संकट से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड में 11 लाख रूपए की राशि भी प्रदान की। जैन समाज का उत्साहवर्धन करने के लिए उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी भी कैलाश नगर पहुंचे और 11 लाख रूपए की सहायता के लिए कमेटी का आभार प्रकट किया। इतिहास गवाह है कि जब भी देश में कोई संकट या विपदा आई है, जैन समाज ने उसे दूर करने के लिए हर बार अपना पूरा सहयोग और योगदान प्रदान किया है। उम्मीद है भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव के बाद देश-दुनिया को कोरोनावायरस के आतंक से जल्द ही मुक्ति भी मिल जाएगी।