बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन हमेशा से अपने विचारों को लेकर मुखर रही हैं। उन्हें जो सही लगता है, वह उस टॉपिक पर बात करने से कतराती नहीं है। इसी बीच एक इंटरव्यू के दौरान जब विद्या बालन से जेंडर इक्वलिटी के बारे में सवाल किया गया तो विद्या ने कहा कि हम सभी ने कभी ना कभी अपनी जिंदगी में लिंग भेदभाव का सामना जरूर किया है और सब की तरह उन्हें भी अपनी निजी जिंदगी में इसका सामना करना पड़ा था। गौरतलब है कि शादी के बाद जब उनके घर पर मेहमान आते थे और वह उनसे पूछा करते थे कि, क्या वो खाना बनाना जानती हैं? जब विद्या का जवाब ना में होता था, तो सभी विद्या को नसीहत देते थे कि वह एक महिला है, उन्हें खाना बनाना आना चाहिए।
वही इंटरव्यू में विद्या ने बताया कि जब वह मेहमानों से कहती थी कि उन्हें और सिद्धार्थ दोनों को खाना बनाना नहीं आता है, तब भी उन्हें यही कहा जाता था कि, ‘सिद्धार्थ को छोड़ो, तुम्हें खाना बनाना आना चाहिए।’ विद्या ने आगे बताया कि उन्हें यह सब सुनकर काफी गुस्सा आता था और वह बस एक बात पूछना चाहती थी कि महिलाओं और पुरुष के लिए अलग नियम क्यों? अगर वह सक्सेसफुल हैं, तो एक कुक भी खाना बनाने के लिए रख सकती हैं।
हम आपको बता दें इससे पहले भी एक इंटरव्यू में विद्या ने अपने बढ़े वजन पर की गई टिप्पणियों के बारे में बात करते हुए कहा था कि, जब वह इंडस्ट्री में नई आई थी, तब उनका वजन नेशनल इशू बन गया था। लोग उन्हें ताने मारा करते थे। उन्हें अपने ही वजन से नफरत होने लगी थी। वह किसी भी तरह वजन कम करना चाहती थी, लेकिन जब उन्हें एहसास हुआ कि इसी वजन के कारण वह आज जिंदा है, तब उन्होंने धीरे-धीरे अपने आप से प्यार करना शुरु कर दिया।