चीन और भारत की सीमा पर पिछले कुछ समय में हुए तनाव का असर अब चीनी कंपनी और भारत के व्यापारिक रिश्ते पर भी पड़ने लगा है। चीनी कंपनी वीवो (VIVO) के साथ इस साल आईपीएल ने अपना करार खत्म कर दिया है। पिछले कुछ समय से लगातार आईपीएल पर वीवो के साथ स्पॉन्सरशिप पर सवाल उठाए जा रहे थे। जिसके बाद VIVO ने आईपीएल से अलग होने का फैसला कर लिया।
VIVO के साथ करार खत्म करने के बाद बोर्ड जल्द ही नए स्पॉन्सर के लिए टेंडर जारी करेगा। आईपीएल के अलावा बताया जा रहा है कि वीवो खुद ही प्रो कबड्डी और रिएलिटी शो बिग बॉस के स्पॉन्सरशिप से हट चुका है। ऐसा करने के बाद अब कंपनी अपना फोकस रिटेल डिस्काउंट और प्रोडक्ट बेचने पर करेगी।
VIVO की बात करें तो आईपीएल के साथ कंपनी का करार 2022 तक का था, जिसके लिए दोनों के बीच 2190 करोड़ की डील हुई थी। 5 साल के लिए हुई इस डील के तहत VIVO हर साल बोर्ड को 440 करोड़ रूपये देता था। अब डील खत्म होने के बाद इसका असर खिलाड़ियों की कमाई पर भी पड़ेगा। आईपीएल के अलावा वीवो प्रो कबड्डी को हर साल 60 करोड़ और बिग बॉस को 30 करोड़ रूपये चुका रहा था।