भारत और चीन विवाद के बाद भारत में 52 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था। इन ऐप्स में शॉर्टवीडियो मेकर टिकटॉक भी शामिल है। दैनिक भास्कर में लिखी एक रिपोर्ट के अनुसार टिकटॉक के साथ माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला एक बड़ी डील करने वाले हैं। यह माना जा रहा है कि डील का मूल्य लगभग 50 अरब डॉलर हो सकता है। लेकिन सत्या नडेला का मानना है कि यह डील तभी संभव है जब इसकी कीमत 50 अरब डॉलर से कम होगी। लिहाजा अभी मोल भाव की आवश्यकता है।
शुक्रवार को ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप का प्लान है कि बाइटडांस (ByteDance) जो टिकटॉक की पैरंट कंपनी है। वह टिकटॉक की ओनरशिप बेच दे। इस रिपोर्ट के सामने आने के कुछ घंटे बाद मीडिया में एक दूसरी रिपोर्ट सामने आई जिसके मुताबिक, Microsoft टिकटॉक का अमेरिकी ऑपरेशन खरीद सकती है। यदि यह डील संभव हो गई तो निश्चित रूप से पिछले 10 सालों की सबसे बड़ी डील साबित होगी।
टिकटॉक की पैरेंट कम्पनी बाइटडांस का मानना है कि डील का साइज बिलकुल ठीक है। उनके अनुसार 50 अरब डॉलर का वैल्यूशन सही है। ऐसा कई बार देखा गया है कि नडेला के नेतृत्व में माइक्रोसॉफ्ट की डील सफल हुई है। इसलिए ये माना जा रहा है कि डील सफल हो जाएगी इसमें कोई संदेह नहीं है।
ट्रम्प ने जब कहा कि वे टिकटॉक पर बैन लगा देंगे तभी से हलचल तेज हो गयी है। माइक्रोसॉफ्ट के बयान में कहा गया, “माइक्रोसॉफ्ट राष्ट्रपति की चिंताओं पर ध्यान देने के महत्व को पूरी तरह समझती है। वह टिकटॉक का अधिग्रहण पूरी सुरक्षा समीक्षा तथा अमेरिका को उचित आर्थिक लाभ उपलब्ध कराने के बाद ही करने के लिए प्रतिबद्ध है।”