भारत में अधिकांश बच्चों के खिलौने थाईलैंड और चीन से आते हैं। काफी बार यह देखा गया है कि इन खिलौनों में खतरनाक रसायनों का प्रयोग किया जाता है। जिनके द्वारा छोटे-छोटे बच्चों में अनेकों बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं। बच्चों को इन रसायनों से बचाने के लिए और उनके अभिभावकों की चिंता का निवारण करने के लिए सरकार ने एक नया कदम उठाया है।
इस कदम के अनुसार प्रत्येक खिलौने बनाने वाली कंपनी को B.I.S. से मान्यता लेनी होगी। बीआईएस का अर्थ है भारतीय मानक ब्यूरो। इस नए नियम के अनुसार यदि चीन को अपने किसी भी खिलौने को भारत में बेचना है तो सबसे पहले B.I.S. के मानकों पर खरा उतरना होगा। 1 सितंबर से देश में आयात किये जाने वाले सभी खिलौनों पर बीआईएस का टैग लगा होना आवश्यक होगा।
भारत में अधिकतर खिलौने थाईलैंड और चीन से आयात होते हैं और हम सभी जानते हैं कि चीन से भारत के समय संबंध कैसे हैं? ऐसे में चीन की गलत हरकतों से बचने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम बहुत ही सराहनीय है। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार रिसर्च में साबित हुआ है कि विदेशी देशों से आने वाले खिलौनों में खतरनाक रसायनों का उपयोग किया जाता है। बीएसआई के द्वारा जो भी गुणवत्ता के मानक बताए जाएंगे, किसी भी देश को अपने खिलौने को बेचने के लिए उन सभी मानकों पर खरा उतरना होगा।