जब पूरा विश्व कोरोना संक्रमण की महामारी से जूझ रहा है। उसी बीच भारत वासियों के लिए एक खुशखबरी आ चुकी है। भारत आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद तथा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने संयुक्त रूप से कोरोना की वैक्सीन बना ली है। जिसका नाम COVAXIN है और इस वैक्सीन का परीक्षण भी शुरू हो चुका है। भारत के मुंबई, कानपुर, पटना, नई दिल्ली, गोरखपुर, भुवनेश्वर आदि शहरों के 1500 मरीजों पर इस वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण के इस प्रथम चरण में यह देखा जाएगा कि इस वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव तो नहीं है। क्या इससे लीवर को तो कोई खतरा नहीं होगा?
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इस वैक्सीन का एक ट्रायल पटना के एम्स में भी होगा और इस परीक्षण के दौरान 18 से 50 साल की उम्र के 10 मरीजों को चयनित किया जाएगा। इससे पहले रूस ने भी कोरोना के लिए वैक्सीन बनाने का दावा किया था। रूस की सेचोनाव यूनिवर्सिटी ने दावा किया, “हमने कोरोना की वैक्सीन बना ली है। जिन लोगों पर हमने इस वैक्सीन का परीक्षण किया था। उनके पहले समूह को 15 जुलाई को तथा दूसरे समूह को 20 जुलाई को छुट्टी दी जाएगी। इस वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी का कहना है कि यह वैक्सीन सीधे जड़ पर वार करती है। इसीलिए इससे मरीज के ठीक होने की संभावना ज्यादा है।”