Happy Birthday Dhoni: रांची के माही को बनना था गोलकीपर, लेकिन बन बैठा विश्व का महानतम कप्तान

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महेंद्र सिंह धोनी, विश्व क्रिकेट का एक ऐसा नाम जिसे मैदान पर देखने के लिए उनके हेटर्स भी इछुक रहते हैं। धोनी 7 जुलाई को अपना 39वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। रांची की गलियों से शुरू हुआ सफर आज इस मुकाम तक पहुंच जाएगा, ये शायद धोनी को भी नहीं पता होगा। आज क्रिकेट की दुनिया का कोई ऐसा रिकॉर्ड नहीं है जो उनके नाम न हो।

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धोनी भारत के उन महानतम कप्तानों की सूची में शुमार है जिनका नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सुनहरे पन्नों में हमेशा दर्ज रहेगा। कहते हैं धोनी और किस्मत एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने से पहले ही धोनी की किस्मत ने उनके लिए ये कहानी पहले से ही लिख रखी थी। नहीं तो फुटबॉल टीम में गोलकीपर की चाह रखने वाला माही आज क्रिकेट का बादशाह कैसे बन पाता!

गोलकीपर बनना चाहते थे, बन गए क्रिकेटर

2016 में रिलीज़ हुई धोनी की बायोपिक को देखने के बाद सभी इस बात को जान गए कि धोनी क्रिकेट से पहले फुटबॉल को काफी पसंद करते थे। धोनी जब छठी क्लास में थे, तब उनके स्कूल को विकेटकीपर की जरुरत थीं। स्कूल के कोच ने जब धोनी को गोलकीपर के तौर पर देखा, तभी उन्होंने धोनी को क्रिकेट के ग्लव्स थमा दिए। हालांकि तब भी उनकी रूचि क्रिकेट में बिलकुल नहीं थी। लेकिन कोच की काफी मिन्नतों के बाद उन्हें क्रिकेट शुरू करना पड़ा।

क्रिकेट के लिए छोड़ दी टिकट कलेक्टर की नौकरी

कौन जानता था कि जिस माही को क्रिकेट पसंद नहीं था, वह एक दिन इसी खेल के लिए रेलवे की सरकारी नौकरी तक छोड़ देगा। महज 18 साल की उम्र में धोनी ने रणजी टीम में काफी शानदार प्रदर्शन किया था। जिसके बाद उन्हें रेलवे से खेलने का मौका मिला और उन्हें रेलवे ने सरकारी नौकरी ऑफर कर दी। धोनी पहले ही दिन से नौकरी नही करना चाहते थे। परिवार के लिए उन्हें कुछ टाइम नौकरी करनी पड़ी। लेकिन बाद में धोनी ने नौकरी को पीछे रख क्रिकेट को अपने लिए चुना।

और बन गए विश्व के महानतम कप्तान

2004 में पहली बार धोनी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण करने का मौका मिला। शुरुआती कुछ मुकाबलों में धोनी के बल्ले से रन नहीं निकले। लेकिन इसके बाद उसी साल धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ शतकीय पारी खेल कर अपने शानदार करियर का आगाज़ किया। यहाँ से धोनी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। आगे चल कर धोनी को तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया की कमान सौंपी गयी।

धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 विश्व कप, 2011 विश्व कप, 2013 चैंपियंस ट्रॉफी, एशिया कप जैसे सभी बड़े टूर्नामेंट्स जीते। 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद धोनी ICC की सभी ट्रॉफी जीतने वाले विश्व के पहले कप्तान बने। धोनी की कप्तानी में ही भारत पहली बार टेस्ट में नंबर 1 बना।

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