वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते स्थगित हुए आईपीएल 13 की वजह से BCCI पहले ही करोड़ो रुपयों का नुकसान झेल चुकी है। वहीं अब कोरोना संकट के बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड को एक और तगड़ा झटका लग सकता है। दरअसल टीम इंडिया की जर्सी पर नाईकी (Nike) का लोगो लगा होता है। लेकिन 14 वर्ष के बाद अब नाईकी के साथ टीम इंडिया का करार टूट सकता है।
नाईकी का यूँ अचानक कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने के पीछे का अभी तक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है लेकिन कुछ रिपोर्ट्स की माने तो कंपनी और BCCI के बीच कॉन्ट्रैक्ट को लेकर कुछ विवाद चल रहा है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक नाईकी और BCCI के बीच करार सितंबर के महीने तक था। नाईकी ने 4 साल के करार के लिए BCCI को 370 करोड़ रुपये दिए थे।
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इस करार में 85 लाख रूपये प्रति मैच फीस भी थी। इसके अलावा Nike ने BCCI को 12 से 15 करोड़ की रॉयल्टी भी दी थीं। लेकिन पिछले 3 महीने में जहां 12 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले रद्द होने से BCCI को नुकसान झेलना पड़ा तो वहीं नाईकी को भी इससे काफी नुकसान हुआ है। यही वजह है कि Nike ने BCCI से करार को आगे न बढ़ाने की अपील की है।
बता दें कि नाईकी टीम इंडिया को जूते, जर्सी और अन्य सामान फ्री में उपलब्ध कराती है। पिछले 14 साल से नाईकी BCCI के साथ है। अगर नाईकी BCCI के साथ करार खत्म करता है तो इससे टीम इंडिया की जर्सी में तो बदलाव देखने को तो मिलेगा ही, साथ ही बोर्ड को और भी नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
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