युवराज सिंह का नाम उन चुनिंदा खिलाडियों में से हैं जिन्होंने भले ही क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन फैंस और टीम इंडिया उनके योगदान को सालों तक याद रखेगी। युवराज की बदौलत ही भारतीय टीम 2011 विश्व कप जीत पाने में कामयाब रहा था। 2011 वर्ल्ड कप में युवी मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। युवराज का करियर जितना यादगार रहा उतना ही उन्हें कई बातों का अफसोस भी रहा है। रिटायरमेंट के बाद से ही युवराज कई ऐसी बातों का खुलासा कर रहें है जो सालों से उनके दिल में थी। एक बार फिर IPL को लेकर युवराज का दर्द सामने आया है।
युवराज को इस बात का मलाल रहा है कि एक तरफ जहां धोनी, कोहली और रोहित शर्मा पर एक ही टीम ने भरोसा जताया तो उन पर किसी फ्रेंचाइजी ने विश्वास ही नहीं किया। युवी ने यूट्यूब पर बात करते हुए कहा ‘मुझे कभी भी किसी एक फ्रेंचाइजी टीम की तरफ से 3-4 साल खेलने का मौका नहीं मिला। विराट, एमएस, रोहित ने एक ही फ्रेंचाइजी टीम के लिए काफी सालों तक खेला है। आपको एक आधार मिलता है लेकिन मैं कभी भी एक जगह स्थाई नहीं हो पाया।’
युवी ने आगे कहा ‘मैं किंग्स इलेवन पंजाब से हमेशा भागना चाहता था। जब कभी भी मैंने खिलाड़ी की मांग की तो उन्होंने मुझे नहीं दिया। यह भी कमाल ही है कि जब मैंने छोड़ा तो उन्होंने उन्हीं सब खिलाड़ियों को खरीदा। मैं तो बस टीम में नाम का ही कप्तान बनाया गया था। मेरी टीम ने कभी सुनी ही नहीं।’