मिडिल ईस्ट देशों में ईरान सबसे पहले कोरोना संक्रमण का बुरी तरह शिकार हुआ। यहां अब तक एक लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमण (Covid-19) के मामले सामने आ चुके हैं जबकि 6300 से ज्यादा लोगों की इससे मौत हो चुकी है। ईरान की एक एयरलाइन पर आरोप लगा है कि देश में कोरोना संक्रमण के हजारों मामले सामने आने के बावजूद इसने सतर्कता नहीं बरती और मिडिल ईस्ट के ज्यादातर देशों में इसी के जरिए संक्रमण पहुंच गया। सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाने के बावजूद ईरान की इस सबसे बड़ी एयरलाइन ने अपनी उड़ानों को जारी रखा। इस एयरलाइन की फ्लाइट्स से यात्रा कर ईराक और लेबनान पहुंचे लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसी दौरान मध्य पूर्व एशिया में ईरान कोरोना का एपिक सेंटर बन चुका था ।
बीबीसी ने फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा और ओपेन सोर्स वीडियोज़ का विश्लेषण कर खुलासा किया है कि केबिन क्रू के दर्जनों सदस्यों में कोविड-19 के लक्षण दिख रहे थे। स्टाफ़ के जिन सदस्यों ने सुरक्षा प्रावधानों और प्रबंधन को लेकर आवाज़ उठाने की कोशिश की उन्हें चुप करा दिया गया। बी बी सी रिपोर्ट का दावा है कि, जनवरी के अंत से मार्च के अंत तक महान एयर के विमानों से अधिकतर कोरोना संक्रमित यात्रियों ने सफर किया। खास बात रही कि सभी देशों ने विमानों को लैंडिंग की इजाजत भी दे दी। जबकि, उन्होंने खुद की एयरलाइन कंपनियों पर रोक लगा रखी थी।