भारतीय क्रिकेट का इतिहास काफी सुनहरा रहा है। इस खेल ने विश्व क्रिकेट को कई ऐसे नायाब हीरे दिए जो आज भी फैंस के दिलों में जिंदा है। उन्हीं में एक नाम है भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल सलामी बल्लेबाज विरेंद्र सहवाग का। सहवाग भले ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुकें हो लेकिन आज भी उनके दीवाने विश्व के कोने कोने में बसे हुए है। सहवाग का नाम उन चुनिंदा बल्लेबाजों में लिया जाता था जिसके नाम से ही गेंदबाजों के पसीने छूट जाते थे।
सहवाग सिर्फ मैदान पर खड़े होकर ही मैच की दिशा और दशा दोनों बदल सकते है। सहवाग ने अपना पूरे करियर में आक्रामक खेल ही खेला। इसी निडर और आक्रामक बैटिंग के जरिए सहवाग ने विश्व क्रिकेट में कई बड़े कीर्तिमान हासिल किए। सहवाग की वजह से दर्शक टेस्ट क्रिेकेट और रणजी मुकाबले भी पूरे दिन बड़े उत्साह के साथ देखते थे। उनके करियर में कई ऐसी यादगार पारियां और किस्सें है जिन्हें शायद ही कोई भूला हो लेकिन उनके करियर का एक ऐसा किस्सा भी है जो बताता है कि सहवाग किस शैली के बल्लेबाज थे। एक बार सहवाग ने तेज बुखार में भी हरभजन सिंह की गेंदों पर 12 छक्के जड़ दिए थे।
अश्विन ने बताया क्या हुआ था उस दिन
इस बात का खुलासा रविचंद्रन अश्विन ने काफी समय पहले चैट शो व्हाट द डक में किया था। अश्विन ने बताया था ‘हरियाणा के रोहतक में एक मैच हुआ था। उस मुकाबले में सहवाग को तेज बुखार था लेकिन इसके बाद भी उन्होनें हरभजन सिंह की गेंदो पर 12 छक्के जड़ दिए थे। इस बारे में सहवाग ने मुझे खुद बताया था।‘ अश्विन ने आगे बताया ‘सहवाग बतौर सलामी बल्लेबाज मैदान पर उतरे थे और आते ही हरभजन सिंह की गेंद पर 2 छक्के जड़ दिए थे। इसके बाद बुखार के चलते उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। सहवाग फिर 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। वापस आते ही उन्होनें 10 छक्के और जड़ दिए थे। सहवाग ने मुझे बताया कि हर गेंद स्पिन हो रही थी, तो मैंने उन्हें लेग साइड के ऊपर मारने का फैसला किया। मैं भी उनकी ये कहानी सुनकर काफी हैरान रह गया था।
सहवाग ने अश्विन को भी किया था काफी परेशान
इसके अलावा अश्विन ने एक और किस्से का खुलासा करते हुए बताया ‘सहवाग ने एक बार मुझे भी काफी हताश कर दिया था। दंबुला का एक मैच था। मैंने पहली गेंद ऑफ स्टंप के बाहर फेंकी तो सहवाग ने कट किया। अगली गेंद ऑफ स्टंप पर फेंकी तो उन्होंने फिर कट किया। अगली गेंद मैंने मिडल स्टंप पर फेंकी तो उन्होंने फिर कट किया। अगली गेंद मैंने लेग स्टंप पर फेंकी तो उन्होंने फिर कट किया। तो मैंने कहा कि आखिर यह हो क्या रहा है। इसलिए मैंने फुल लेंथ की गेंद फेंकी, सहवाग क्रीज से बाहर निकले और मुझ पर छक्का जड़ दिया। एक समय तो मैनें ये तक सोच लिया था कि गेंदबाजी करना ही छोड़ दूं।