मुख्य कलाकार: इरफान खान, दीपक डोबरियाल, राधिका मदान, करीना कपूर, पंकज त्रिपाठी, कीकू शारदा, डिंपल कपाड़िया
निर्देशक: होमी अदजानिया
संगीत: तनिष्ग बागची, गुरू रंधावा, सचिन-जिगर
ब्रेन ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने के बाद इरफान खान लंबे समय के बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं। इरफान अपनी हर फिल्म में एक नए अंदाज में नज़र आते हैं और अपने किरदार में जान डालने की भी पूरी कोशिश करते हैं। शायद इसीलिए फैंस उनकी फिल्म रिलीज़ होने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस शुक्रवार होमी अदजानिया के निर्देशन में बनी इरफान खान की नई फिल्म अंग्रेजी मीडियम (English Medium) बड़े पर्दे पर रिलीज़ हो गई है। यह फिल्म साल 2017 में आई फिल्म हिंदी मीडियम की सीक्वल है। फिल्म में आपको कॉमेडी, मनोरंजन और इमोशनल टच सब कुछ देखने को मिलेगा। इसके अलावा बाप-बेटी और दो भाइयों के खूबसूरत रिश्ते को भी फिल्म में बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है।
कहानी
फिल्म के पिछले पार्ट में इरफान खान अपनी बेटी का अच्छे स्कूल में एडमिशन कराने के लिए चांदनी चौक छोड़कर साउथ दिल्ली शिफ्ट करते हैं। तो वहीं इस फिल्म में वह लंबी छलांग लगाते हुए उदयपुर से लंदन तक का सफर तय करते हैं। चंपक बंसल (इरफान खान) और गोपी बंसल (दीपक डोबरियाल) उदयपुर के मशहुर हलवाई घसीटाराम के पोते होते हैं और दोनों के बीच जमीन-दुकान को लेकर कानुनी विवाद चल रहा होता है। लेकिन इन दोनों भाइयों के बीच का यह विवाद केवल कोर्ट कचहरी तक ही सीमित होता है और असल ज़िन्दगी में दोनों एक-दूसरे पर जान छिड़कते हैं। चंपक की पत्नी की कई साल पहले मौत हो चुकी होती है और अपनी इकलौती बेटी तारिका बंसल उर्फ तरु (राधिका मदान) की परवरिश बचपन से उसने अकेले ही की होती है।
तरु का बचपन से ही सपना होता है कि वह लंदन जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करे और उसका यह सपना पूरा भी होने लगता है। तरु को उसके स्कूल की ओर से लंदन जाकर पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप मिलती है। लेकिन अपने पिता चंपक की एक गलती की वजह से उसका यह सपना टूट जाता है। चंपक को इस बात का बहुत बुरा लगता है और अब वह अपनी बेटी का लंदन में दाखिला कराने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो जाता है। चंपक अपने भाई गोपी के साथ मिलकर लंदन के लिए रवाना हो जाता है और वहाँ पहुँचकर दोनों एक मुसीबत में फंस जाते हैं। क्या तारिका बंसल का लंदन जाकर पढ़ाई का सपना पूरा हो पाएगा, यह तो आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा।
निर्देशन
निर्देशक होमी अदजानिया ने फिल्म में बेहतरीन काम किया है। फिल्म में उन्होंने जो स्टारकास्ट चुनी है, वह वाकई में शानदार है। हर छोटे रोल के लिए उन्होंने बेस्ट एक्टर को चुना है। दो भाइयों के बीच का प्यार दिखाना हो या बाप-बेटी के बीच के इमोशनल रिश्ते को दिखाना हो, हर क्षेत्र में होमी ने बहुत बारिकी से ध्यान दिया है। फिल्म का फर्स्ट हाफ अच्छा है और हास्य-मनोरंजन के साथ दर्शकों का खूब मनोरंजन भी करता है। दूसरा हाफ थोड़ा स्लो जरूर है, लेकिन इरफान और दीपक की एक्टिंग दर्शकों को मायूस नहीं होने देती। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूज़िक भी इसकी थीम के अनुसार सटीक नज़र आता है।
एक्टिंग
फिल्म (English Medium) में हर एक्टर ने अपने किरदार के हिसाब से अच्छी एक्टिंग की है। लेकिन सबसे ज्यादा आकर्षित इरफान खान और दीपक डोबरियाल ने किया है। दोनों भाइयों के बीच प्यार और जंग को जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शित किया है, वह देखने लायक है। राधिका मदान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि ये रोल उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता और फिल्म देखने के बाद यह बात भी सही लगती है। इसके अलावा कीकू शारदा, पंकज त्रिपाठी, डिंपल कपाड़िया और करीना कपूर जैसे कुछ कलाकारों का रोल बेहद कम है, लेकिन सिनेमाहॉल में बैठे दर्शकों को उनकी मौजूदगी का अहसास हो जाता है।
क्या है फिल्म की खासियत
फिल्म (English Medium) की खासियत इसका कॉन्सेप्ट और अच्छी स्टारकास्ट है। इरफान की एक्टिंग देखने के लिए दर्शक हर बार उत्सुक रहते हैं। कॉमेडी से लेकर इमोशन्स तक हर सीन में वह अपना बेस्ट देते हैं। उनके डायलोग्स से ज्यादा चेहरे के एक्सप्रैशंस कहानी बयां करते हैं। फिल्म के अंत में एक बेहद ही खूबसूरत संदेश भी दिया जाता है और बताया जाता है कि अपना भारत देश भी किसी मायने में विदेशी स्कूल-कॉलेज से कम नहीं है। यह एक कंप्लीट फैमिली फिल्म है, जिसे आपको अपने पूरे परिवार के साथ एक बार अवश्य देखनी चाहिए। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 31 मार्च तक सभी सिनेमाघर बंद कर दिए हैं, जिसके चलते फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर असर पड़ सकता है।