देश की राजधानी दिल्ली में 4 दिनों तक हुए सांप्रदायिक दंगों की जांच इस समय दिल्ली क्राइम ब्रांच की विशेष टीम SIT कर रही है। इस मामले की जांच में कई पहलु निकल कर सामने आये है लेकिन एसआईटी की जाँच के बीच जेएनयू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रसंघ के नेता उमर खालिद एक बार फिर नए विवाद में फंस गए है। एक तरफ विपक्ष जहां दिल्ली दंगो का जिम्मेदार भाजपा नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के भाषण को ठहरा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने उमर खालिद की एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर इस कहानी को नया मोड़ दे दिया है। कपिल मिश्रा के भाषण की वीडियो के साथ अब उमर खालिद की वीडियो पर भी जाँच शुरू कर दी गयी है।
It seems #DelhiRiots2020 during Trump Visit were planned much in advance ! Listen to the inflammatory speech of Umar Khalid at Amaravati on 17Feb . He is exhorting Muslim audience to come out in huge numbers when Trump arrives in India on 24th.@AmitShah pic.twitter.com/nhdorGdLQM
— Karuna Gopal (@KarunaGopal1) March 2, 2020
इस वीडियो में उमर खालिद कहते नजर आ रहे हैं कि ‘अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत दौरे के दौरान सड़कों पर उतरना होगा।‘ इस पूरे वीडियो में उमर खालिद ने लोगों से लगातार ट्रंप के दौरे पर सड़कों पर उतरने की अपील की है। वीडियो में उमर खालिद कहते नज़र आते है ‘हम वादा करते है कि 24 तारीख को जब डोनाल्ड ट्रंप हिंदुस्तान आएंगे तो हम यह बताएंगे कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और सरकार हिंदुस्तान को बांटने का काम रही है। महात्मा गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रही है। हम यह बताएंगे कि हिंदुस्तान की आवाम हिंदुस्तान के हुक्मरानों के खिलाफ लड़ रही है। हिंदुस्तान के हुक्मरान देश को बांटना चाहते हैं तो देश की आवाम जोड़ने के लिए तैयार है। हम तमाम लोग उस दिन सड़कों पर उतरकर आएंगे आप लोग आएंगे।’
उमर खालिद की ये वीडियो 17 फरवरी की बताई जा रही हैं। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि उमर खालिद के भाषण की ये वीडियो 17 फरवरी के दिन अमरावती की है। जहां उन्होंने दिल्ली हिंसा की तैयारी पहले से ही कर ली थी।
Image Attribution: Payasam (Mukul Dube) / CC BY-SA