मुख्य कलाकार: आयुष्मान खुराना, जितेंद्र कुमार, गजराज राव, नीना गुप्ता
निर्देशक: हितेश केवल्या
संगीतकार: तनिष्क बागची, करन कुलकर्णी
भारत में भले ही समलैंगिकता कानून को लेकर धारा 377 में बदलाव कर दिया गया हो, लेकिन ये बदलाव अभी तक केवल कानूनी कागजात तक ही सीमित है। इस बदलाव को देश की जनता तक पहुँचाने का जिम्मा इस बार आयुष्मान खुराना ने अपने कंधो पर लिया है। पुरूषों में समलैंगिकता के आधार पर बनी उनकी नई फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ इस शुक्रवार बड़े पर्दे पर रिलीज़ हो गई है। पिछले काफी समय से ये फिल्म सुर्खियों में चल रही है क्योंकि इस फिल्म में आयुष्मान के अपोज़िट कोई एक्ट्रेस नहीं बल्कि सोशल मीडिया के जाने माने स्टार जितेंद्र कुमार नज़र आने वाले है। फिल्म के ट्रेलर में दोनों के बीच एक लिप लॉक सीन भी दिखाया गया था, जिसे देखने के बाद दर्शक फिल्म रिलीज़ होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
कहानी
फिल्म की कहानी कार्तिक (आयुष्मान खुराना) और अमन (जितेंद्र कुमार) की लव स्टोरी बयां करती है। ये दोनों एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं, लेकिन अमन और कार्तिक ये बात भी जानते हैं कि उनके प्यार को ये दुनिया, ये सोसाइटी और यहां तक कि उनकी फैमिली भी एक्सेप्ट नहीं कर पाएगी। एक दिन अमन के पिता शंकर त्रिपाठी (गजराज राव) कार्तिक और अपने बेटे को किस करते हुए देख लेते हैं और तभी से इन दोनों की ज़िन्दगी में भूचाल आना शुरू हो जाता है। धीरे-धीरे ये बात दोनों के परिवार को पता चल जाती है।
अमन का परिवार इस रिश्ते के सख्त खिलाफ होता है। उसकी माँ (नीना गुप्ता) को लगता है कि हवन और टोटकों के जरिए इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है। वहीं शंकर त्रिपाठी अमन को आत्महत्या करने की धमकी देकर उसे एक लड़की के साथ शादी करने के लिए राजी कर लेते हैं। जब अमन के रिश्ते की बात कार्तिक को पता चलती है तो दोनों अपने हक और प्यार की लड़ाई के लिए आगे आते हैं। क्या अमन और कार्तिक के घरवाले उनके इस रिश्ते को स्वीकार कर पाएंगे? यह जानने के लिए तो आपको सिनेमाघर जाकर एक बार यह फिल्म अवश्य देखनी चाहिए।
एक्टिंग
फिल्म में आयुष्मान खुराना अपने वहीं पुराने हास्य अंदाज में नज़र आ रहे हैं। गे कैरेक्टर में उनकी नोज़ पिन दर्शकों का ध्यान अपनी ओर ज्यादा आकर्षित कर रही है। कहने को तो इस फिल्म में सबसे बड़ा नाम आयुष्मान खुराना का है, लेकिन कई मौकों पर ये फिल्म आयुष्मान से ज्यादा जितेंद्र कुमार की नज़र आती है। जितेंद्र पहली बार किसी फिल्म में लीड कैरेक्टर प्ले कर रहे हैं। हालांकि उन्हें एक्टिंग का अच्छा खासा अनुभव है और इससे पहले वे कई वेब सीरीज़ और शॉर्ट मूवीज़ में नज़र आ चुके हैं।
आयुष्मान और जितेंद्र दोनों ने ही अपने कैरेक्टर को बेहद शानदार तरीके से दर्शकों के सामने परोसा है। स्ट्रेट होते हुए भी एक एक पुरूष के साथ लिप लॉक करने की हिम्मत करना वाकई में काबिले तारीफ है। फिल्म बधाई हो की तरह ही इस फिल्म में भी नीना गुप्ता और गजराज राव की जोड़ी एकदम हिट नज़र आती है। इसके अलावा फिल्म की एक मात्र युवा अभिनेत्री मानवी गागरू ने भी अपने किरदार के साथ न्याय किया है।
निर्देशन
फिल्म का निर्देशन हितेश केवल्या ने किया है। इस तरह के मुद्दे को लेकर फिल्म बनाना और वह भी भारत जैसे देश में कोई आसान काम नहीं है। अभी तक समलैंगिकता के आधार पर गिनी चुनी फिल्में ही बॉलीवुड में देखने को मिली हैं, लेकिन उन फिल्मों में खास तौर पर मेलोड्रामा और इमोशनल टच ज्यादा देखने को मिला है। इस फिल्म में निर्देशक ने हास्य और व्यंग्य के साथ अपनी बात रखी है और अंत में एक खूबसूरत संदेश दिया है कि होमोसेक्सुअलिटी कोई अपराध या बीमारी नहीं है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है। मुमकिन है इस फिल्म के बाद भारत में लोगों की सोच में कुछ बदलाव तो अवश्य ही देखने को मिलेगा।
क्या है फिल्म की खासियत
समलैंगिकता जैसे संवेदनशील मुद्दे पर एक कॉमेडी फिल्म यकीनन दर्शक पसंद करेंगे और यही फिल्म की सबसे बड़ी खासियत है। पिछले साल सोनम कपूर की फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा रिलीज़ हुई थी, जिसमें महिलाओं की समलैंगिकता को आधार रखा गया था। बोरिंग स्क्रिप्ट और कमजोर स्क्रीनप्ले के कारण वह फिल्म पूरी तरह से फ्लॉप हो गई थी। इस फिल्म में आयुष्मान खुराना का नाम जुड़ा हुआ है, जो पिछले कुछ समय से एक के बाद एक लीक से हटकर फिल्म बना रहे हैं और उनकी सभी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट भी हो रही है। यदि आप भी समलैंगिक व्यक्तियों के अधिकारों का समर्थन करते हैं तो एक बार ये फिल्म अवश्य देखनी चाहिए। इसके अलावा मनोरंजन के लिहाज से भी आप ये फिल्म देख सकते हैं।
Image Source: Tweeted by @ayushmannk