कोरोनावायरस की लहर को लेकर अभी तक विशेषज्ञों की ओर से कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी गई है। हिंदुस्तान में हिंदुस्तान के बाहर ओमिक्रॉन नाम का कोरोना का नया वेरियंट कहर मचा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि वर्ष 2021 के अंत तक और फरवरी तक देश में कोरोना की तीसरी लहर पीठ पर पहुंच जाएगी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर और डिप्टी डायरेक्टर मनिंदर (Maninder Agarwal) अग्रवाल ने यह दावा किया है।
प्रो. मनिंदर अग्रवाल के अनुसार ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी फैलने के लक्षण तो हैं, लेकिन ज्यादा घातक नहीं दिख रहे। इस वैरिएंट के हर्ड इम्यूनिटी को बाईपास करने की संभावना कम है हालांकि, इसके फैलने के लक्षण ज्यादा हैं और अभी तक साउथ अफ्रीका से लेकर दुनिया भर में जहां भी यह फैला है, इसके लक्षण गंभीर नहीं बल्कि हल्के देखे गए हैं।
आईआईटी प्रोफेसर की रिसर्च के अनुसार, भारत में इसकी गंभीरता ज्यादा होने की संभावना कम है, क्योंकि 80 फ़ीसदी लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है। ऐसे में अगर इसकी लहर आती भी है तो इसका असर दूसरी लहर के डेल्टा वैरिएंट जैसा नहीं होगा।