केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का दावा है कि वे जल्द ही दिल्ली की सड़कों पर ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कार दौड़ाने वाले हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि जनवरी तक भी ऐसा कर भी सकते हैं। इसके लिए उन्होंने पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक कार खरीदी है और फरीदाबाद के एक ऑयल रिसर्च सेंटर से ग्रीन हाइड्रोजन ली है। उन्होंने गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह जल्द ही कार लेकर निकलेंगे ताकि लोगों को बता सकें कि ऐसा संभव है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले सार्वजनिक परिवहन चलाने की योजना बना रही है। कहा कि हम चाहते हैं कि कार, बस, ट्रक सब कुछ ग्रीन हाइड्रोजन से ही चले। इसके लिए नदी-नालों में गिरने वाले गंदे पानी का उपयोग किया जाए, उनसे ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जाए।
नितिन गडकरी ने नागपुर में सात साल पुरानी योजना पर कहा कि इस योजना के तहत सीवेज के पानी को काम में लाया जाता है। अब नागपुर अपने यहां के सीवेज के पानी को महाराष्ट्र सरकार को बेचता है, उससे बिजली बनाई जाती है। इससे वह 325 करोड़ रुपये हर साल कमाता है। नितिन गडकरी का कहना है कि कुछ भी बेकार नहीं है। वेस्ट में वैल्यू एड करें तो बहुत कुछ तैयार हो सकता है। सीवेज पानी से ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जा सकती है। हम इसी पर काम कर रहे हैं। उन्होंने अपील की कि लोगों को ऐसे प्रशिक्षित करें कि वे गंदे पानी से ग्रीन हाइड्रोजन तैयार करें।