नहीं होगा वापस सांसदों का निलंबन, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अमर्यादित आचरण अपनाने वाले सांसदों के खिलाफ अपनाया कड़ा रुख

राज्यसभा में अमर्यादित आचरण अपनाने वाले राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन रद्द नहीं होगा। ऐसा भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा के दौरान कहा है। दरअसल विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होते यह कहा था कि निलंबित सांसदों को करवाई में भाग लेने दिया जाए।

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चित्र साभार: ट्विटर @MVenkaiahNaidu

अमर्यादित आचरण करने वाले राज्यसभा सांसदों के निलंबन मामले में अब यह साफ हो गया है कि इन सांसदों का निलंबन वापस नहीं होगा। राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू के सख्त रुख को देखते हुए विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया। आज जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निलंबन की कार्रवाई को नियम विरुद्ध और निराधार करार दिया। इस पर भारत के उपराष्ट्रपति और सदन के अध्यक्ष वेंकैया नायडू  ने साफ कहा, ‘आपने सदन को गुमराह करने की कोशिश की। आपने अफरा-तफरी मचाई। आपने सदन में हंगामा किया। आसन पर कागज फेंका। कुछ तो टेबल पर चढ़ गए और मुझे ही पाठ पढ़ा रहे हैं। कार्रवाई हो चुकी है और यह अंतिम फैसला है।’ सभापति ने कहा कि निलंबित सदस्य बाद में सदन में आएंगे और उम्मीद है कि सदन की गरिमा व देशवासियों की आकांक्षाओं का ध्यान रखेंगे।

आपको बता दें मंगलवार सुबह को जैसे ही राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई 12 सांसदों के निलंबन का मामला उठाते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने नियमों का हवाला दिया। मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना था कि निलंबित राज्यसभा सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए और उन्हें कार्यवाही में भाग लेने दिया जाए। इस पर नायडू ने स्पष्ट किया कि निलंबन की कार्रवाई उनकी नहीं बल्कि सदन की थी। सांसदों ने पिछले सत्र में किसान आंदोलन और अन्य कई मुद्दों को लेकर सदन में जो हो-हल्ला और हंगामा किया था, वह अभूतपूर्व था, जिससे सदन में अफरातफरी मच गई थी। निलंबन की कार्रवाई नियमों के तहत की गई है।

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