मुख्य कलाकार: कंगना रनौत, ऋचा चड्ढा, जस्सी गिल, यज्ञ भसीन, नीना गुप्ता
निर्देशक: अश्विनी अय्यर तिवारी
संगीत: शंकर एहसान लॉय
एक माँ अपने परिवार, अपने पति और अपने बच्चों के लिए अपने सपने पूरी तरह से भूलने की कोशिश करती है। लेकिन कहीं ना कहीं सपनों की वह चिंगारी पूरी तरह से बुझने की बजाय उसके अंदर कहीं किसी कोने मे दब जाती है। उस चिंगारी को ढूंढ कर उनका परिवार उनके सपनों की ज्वाला को किस तरह से रोशन करता है, इसी की कहानी दर्शाती है कंगना रनौत की नई फिल्म ‘पंगा’ (Panga) । कहने को तो यह फिल्म कबड्डी पर आधारित है, लेकिन फिल्म में खेल से ज्यादा एक मां के संघर्ष की कहानी को प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। अश्विनी अय्यर तिवारी के निर्देशन मे बनी इस फिल्म में कंगना के अलावा ऋचा चड्ढा, जस्सी गिल, यज्ञ भसीन और नीना गुप्ता भी मुख्य किरदार में हैं।
कहानी
फिल्म (Panga) की कहानी सभी प्रकार के मेलोड्रामा से दूर, बिना किसी विलेन के स्ट्रेट फॉरवर्ड चलती नजर आती है। जया निगम (कंगना रनौत) भारतीय कबड्डी टीम की कप्तान होती हैं और वह कुछ समय बाद होने वाले एशिया कप के लिए मेहनत कर रही होती हैं। लेकिन इसी दौरान उनकी शादी प्रशांत (जस्सी गिल) से हो जाती है, जिसके बाद प्रेग्नेंसी और बेटे की परवरिश के कारण वह खेल से पूरी तरह से दूर हो जाती हैं। धीरे-धीरे जया निगम को देश की जनता भूलने लगती है और कुछ सालों बाद तो कोई उनको पहचान भी नहीं पाता।
जया 32 साल की हो चुकी हैं और यह बात उन्हें अच्छी नही लगती कि लोग अब उनका नाम भी नही जानते। जया का 7 साल का बच्चा आदि (यज्ञ भसीन) चाहता है कि उसकी मम्मी एक बार फिर से कबड्डी की टीम में कमबैक करें। 32 वर्ष की उम्र मे कमबैक करना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता। लेकिन जया के कमबैक में उनके पति प्रशांत भी उन्हें पूरी तरह से सपोर्ट करते है। इसके बाद एक अन्य कबड्डी प्लेयर मीनू (ऋचा चड्ढा) और परिवार की मदद से जया निगम कबड्डी में कमबैक करने की ठान लेती हैं। क्या वह एक बार फिर से देश की टीम में खेलकर अपना अधूरा सपना पूरा कर पाती हैं? यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाकर फिल्म देखनी पड़ेगी।
निर्देशन
निल बटे सन्नाटा और बरेली की बर्फी के बाद फिर एक बार अश्विनी अय्यर तिवारी ने बेहतरीन काम किया है। इस फिल्म की शुरूआत में ही आपको इसकी कहानी समझ आ जाती है और आप ये भी अंदाजा लगा लेंगे की अंत में क्या होने वाला है। ऐसी फिल्म स्टोरी के साथ दर्शकों को अंत तक जोड़े रखना और वो भी बिना किसी कॉमेडी और रोमांस के, ये काम अश्विनी के अलावा कोई नहीं कर सकता। फिल्म के कुछ डायलोग्स आपको तालियां बजाने पर मजबूर कर देंगे।
एक्टिंग
क्रिटिक्स और मीडिया कंगना रनौत के बारे में कुछ भी कहे, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि वह इस दौर की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक हैं। वह कोई भी रोल करे उसमें पूरी तरह से डूब जाती है। कंगना की यही खासियत लोगों को उनका दीवाना बना देती है। एक गाइड के रूप में ऋचा चड्ढा का अभिनय भी कमाल का है। अभी तक अधिकतर फिल्मों में ऋचा का थोड़ा बोल्ड रूप ही दर्शकों ने देखा है, लेकिन इस फिल्म (Panga) में उनका एक अलग रूप देखने को मिलेगा। वहीं पंजाब के सुपरस्टार जस्सी गिल तो लोगों के दिल में ही समा गए। फिल्म की थोड़ी बहुत कसर नन्हे कलाकार यज्ञ भसीन पूरी कर देते हैं। उन्हें देख ऐसा लगता ही नही कि वह अभिनय कर रहे हों, बल्कि ऐसा लगता है मानो सच मे कोई बच्चा घर पर अपनी मम्मी से ही बात कर रहा है।
क्या है फिल्म की खासियत
इस फिल्म (Panga) की सबसे बड़ी खासियत यही है कि बिना किसी खासियत के लोग इस फिल्म का पसंद कर रहे हैं। यह फिल्म आप अपनी पूरी फैमिली के साथ एन्जॉय कर सकते हैं। पूरी फिल्म के दौरान आपके अंदर एक प्रकार की सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और सिनेमाघर से बाहर निकलने के बाद आप अपने लक्ष्य की ओर पहले से ज्यादा एकाग्र हो जाएंगे।