बॉलीवुड में हर एक रिश्ते पर कोई न कोई फिल्म अवश्य बनी है। अगर पिता और पुत्र के रिश्ते को लेकर सोचा जाए तो सूर्यवंशम श्री दोनों के बीच के रिश्ते को बहुत अच्छी तरह से परिभाषित करती है। इसी तरह दादा और पोते के रिश्तो को लेकर बनी फिल्म अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों बताती है कि किस तरह देश से प्यार करने वाला परिवार अपनी सभी पीढ़ीयों को देश पर कुर्बान करने का दम रखता है। आज रक्षाबंधन का त्यौहार है। आज के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी दीर्घायु की कामना करती हैं। और बदले में भाई उसे जीवन पर्यंत रक्षा का वचन देता है। आज के इस लेख में हम आपको उन फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो फिल्में भाई और बहन के रिश्ते पर आधारित हैं। और इन फिल्मों के गाने आज भी लोगों के दिलों की धड़कन बने हुए हैं।
फिजा
ये फ़िल्म सन 2000 में आयी थी और इस मूवी में ऋतिक रोशन तथा करिश्मा कपूर बहन भाई में किरदार नजर आये थे। इस फिल्म में दिखाया गया कि कैसे दंगो के बीच फिजा का भाई अमान गायब हो जाता है फिजा अपने भाई की तलाश सालों तक करती है और आखिर में एक बहन का प्यार जीतता है और फिजा अमान को खोज लेती है। इस फिल्म में दिखाया गया था कि किस प्रकार एक भोला भाला पढ़ने लिखने वाला लड़का आतंकवादियों और अलगाववादियों के सात में आकर गुनाहों के दलदल में फँस जाता है। इस फिल्म में करिश्मा कपूर ने बहन और ऋितिक रोशन ने भाई का किरदार निभाया था। इस फिल्म के अनुसार फिजा का भाई एक दिन अचानक गायब हो जाता है सब ये सोचते हैं कि वह लड़का आंतकियों के हाथों मारा गया है। लेकिन उसकी बहन को इस पर विश्वास नहीं होता। काफी दिनों के बाद पता चलता है कि उसका भाई आतंकवादियों के गिरोह में शामिस हो गया है। बहन भाई का काफी समझाती है लेकिन लड़का कहता है कि अब बहुत देर हो चुकी है। मजबूरी में करिश्मा खुद अपने भाई को गोली मार देती है।
हम साथ-साथ हैं
हम साथ-साथ हैं ये एक ऐसी फिल्म है जो हर किसी व्यक्ति के दिल को छू जाती है। हांलाकि इस फिल्म में बहन.भाई,भाई-भाई,माता-पिता और सभी रिश्तों के आपसी प्रेम को दिखाया गया है । इस फिल्म में नीलम और उसके तीन भाइयों सलमान, सैफ और मोहनीश बहल के प्रेम को दर्शकों ने बेहद प्यार किया।
सिकंदर
1941 में आई फिल्म ‘सिकंदर’ में पृथ्वीराज कपूर ने सिकंदर की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में भाई-बहन के प्यार को जीवंत चित्रण किया गया है। कहा जाता है कि रक्षाबंधन के पर्व की शुरुआत भी हुमायूं और कर्णावती के प्यार के बाद हुई थी।सन 1941 में आई इस फिल्म के बाद ही बॉलीवुड में रक्षाबंधन और बहन भाई के रिश्ते पर फिल्में बननी शुरू हुई थीं। हुमायूं फिल्म में अशोक कुमार ने हुमायूं और वीणा ने कर्णावती का रोल निभाया था।
रेशम की डोरी
इस फिल्म में एक अनाथ अजीत, अपनी छोटी बहन, रज्जो को बहुत चाहता है और एक सम्मानित परिवार में उसकी शादी करना चाहता है। परिस्थितियां बदल जाती हैं जब वह उसे यौन हमले से बचाने की कोशिश करता है। यह फिल्म दिनांक 21 अगस्त, 1974 को रिलीज हुई थी। आपको बता दें कि यह फ़िल्म दो भाई बहनों की कहानी है। अजीतएक मिल में काम करता है और अपनी बहन के साथ रहता है। वह बहुत मेहनत करता है ताकि अपनी बहन की शादी एक अच्छे घर में कर सके। अजीत का बॉस उसकी बहन का रेप करने की कोशिश करता है। अजीत अपने बॉस को मार देता है और उसे जेल हो जाती है। क्या अजीत जेल से बाहर निकल पायेगा?