मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इलाके के उपसरपंच में जब मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखा तो उस पत्र की चर्चा पूरे इलाके में होने लगी। उप सरपंच ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि मेरे वार्ड क्रमांक-15 में एक सड़क शाम तक बनी थी। सुबह चोरी हो गई है। शिकायत मिलने के बाद से ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी आश्चर्यचकित हैं। कार्यपालन अधिकारी ने कहा है कि इस मामले की उचित जांच की जाएगी। ये मामला सीधी जिले के मझौली विकासखंड के मेंढरा ग्राम पंचायत का बताया जा रहा है। जहां ग्राम पंचायत द्वारा पंचायत निधि से कागजों पर ही 1 किलोमीटर लंबी सड़क 10 लाख रुपए की लागत से बनाई गई थी, लेकिन मौके पर सड़क ही नहीं है।
ग्रामीणों को जब इस मामले की भनक लगी तो इलाके के लोगों ने उप सरपंच रमेश कुमार यादव के साथ, मझौली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं थाना प्रभारी मझौली को एक भरा शिकायत पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने शिकायत की है कि ग्राम पंचायत में शाम तक एक सड़क बनी थी लेकिन सुबह चोरी हो गई है।
मझौली जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) एम.एल. प्रजापति का कहना है ”7 जून को मेरी पदस्थापना मझौली जनपद पंचायत में हुई है, आवेदन पत्र ग्रामीणों द्वारा दिया गया है. इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” ये मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ मामला है लेकिन उपसरपंच के तंज भरे आवेदन पत्र की चर्चा पूरे जिले में है।