आप सभी ने कभी न कभी ब्लैक कैट कमांडो को देखा होगा या उनके बारे में सुना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के राष्ट्रपति के साथ आपसे कई बार इन ब्लैक कैट कमांडो को चलते हुए देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस नौकरी को पाने के लिए हिंदी मूवी की मेहनत करनी पढ़ती है और बाद में उसे कितना वेतन प्राप्त होता है। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कैसे बना जाता है ब्लैक कैट कमांडो? ये भारतीय सेनाओं की अलग-अलग बटालियन से चुने हुए जवान होते हैं। ये कमांडोज़ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) का हिस्सा होते हैं। NSG भारतीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली देश की एक स्पेशल आतंकवाद विरोधी इकाई है। इस फ़ोर्स का गठन साल 1984 में किया गया था। देश के राष्ट्रपति से लेकर सभी वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा का जमना एनएसजी के अंतर्गत आता है।
इस फोर्स में सीधा चयन सेना तथा अर्धसैनिक बलों के द्वारा किया जाता है. इस फ़ोर्स में क़रीब 53 फ़ीसदी जवानों का चयन ‘इंडियन आर्मी’ से होता है। इसके अलावा 47 फ़ीसदी चयन अर्ध सैनिक बलों सीआरपीएफ़ (CRPF), आईटीबीपी (ITBP), आरएएफ़ (RAF) और बीएसएफ़ (BSF) से किया जाता है। 90 दिनों की कठोर प्रक्रिया के बाद एक सैनिक ब्लैक कैट कमांडो बन जाता है।इसमें एक हफ्ते की ऐसी ट्रेनिंग होती है जिसमें से लगभग 80% सैनिक फेल हो जाते हैं।उनमें से केवल 20% सैनिक ही आगे के चरण में पहुंचते हैं।और अंतिम राउंड के टेस्ट तक यह संख्या केवल 15% रह जाती है।
अंतिम चयन के बाद शुरू होता है, सबसे कठिन समय शुरू हो जाता है पूरे 3 महीने यानी 90 दिनों की ट्रेनिंग होती है। इस दौरान जवानों को फ़िज़िकल और मेंटल ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग दौरान शुरुआत एक कमांडो बनाने के लिए इन जवानों की योग्यता केवल 40 फ़ीसदी तक ही होती है, लेकिन अंत आते-आते ये 90 फ़ीसदी तक पहुंच जाते हैं। इस दौरान इन्हें ‘बैटल असॉल्ट ऑब्सक्टल कोर्स’ और ‘सीटीसीसी काउंटर टेररिस्ट कंडिशनिंग कोर्स’ की भी ट्रेनिंग दी जाती है। जबकि सबसे अंत में साइकॉलोजिकल टेस्ट होता है।
ब्लैक कैट कमांडो को मिलता है कितना वेतन?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, NGS कमांडो की मासिक सैलरी 84 हज़ार रुपये से लेकर 2.5 लाख रुपये तक होती है। औसत सैलरी के रूप में ब्लैक कैट कमांडो को प्रति महीने 1.5 लाख मिलता है उनकी राष्ट्रीय सेवा के रूप में उन्हें दिए जाते हैं।