केदारनाथ पुनर्निर्माण के लिए अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और उनकी कैबिनेट की मंजूरी अधिकारियों को मिल गई है। इस पुनर्निर्माण के लिए जीएमवीएन के 8 भवनों को ध्वस्त किया जाएगा, जिनके स्थान पर प्रशासनिक भवन, पुलिस भवन तथा कमांड कंट्रोल रूम का निर्माण होगा। बताया जा रहा है बद्रीनाथ धाम में भी सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा। केदारनाथ में पुर्ननिर्माण के कार्यों और विस्तार देने को भूमि की कमी पेश आ रही थी। इसके लिए कैबिनेट ने बुधवार को केदारनाथ धाम स्थित जीएमवीएन के आठ भवनों को ध्वस्त करने की मंजूरी दी।
यह निर्माण के लिए किया जा रहा है जिससे प्रशासन व्यवस्था दुरुस्त रहे और यहां पर आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। कैबिनेट की मंजूरी के बाद इस काम को हरी झंडी मिल गई है। इसके साथ ही बदरीनाथ धाम में 100 करोड़ की लागत से बाढ़ नियंत्रण और सौंदर्यकरण के काम होंगे। केंद्र सरकार के द्वारा इस कार्य के लिए 55करोड़ की धनराशि पहले ही मंजूर की जा चुकी है। यात्रियों की सुविधा हेतु प्रमुख रास्तों पर यात्री शैड का निर्माण भी किया जाएगा।